Bharatpur News: वेंटिलेटर पर भरतपुर संभाग का सरकारी अस्पताल, एक बेड पर चार बच्चों का हो रहा इलाज
राजस्थान के भरतपुर संभाग का सबसे बड़ा जनाना अस्पताल वेंटिलेटर पर है. बेड की कमी के कारण एक बेड पर दो से चार बच्चों को लेटा कर इलाज किया जा रहा है. भीषण गर्मी के प्रकोप में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं.
Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर संभाग का सबसे बड़ा जनाना अस्पताल वेंटिलेटर पर है. अस्पताल में महिलाओं के अलावा बच्चों का भी वार्ड है. बेड की कमी के कारण एक बेड पर दो से चार बच्चों को लेटा कर इलाज किया जा रहा है. भीषण गर्मी के प्रकोप में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. अस्पताल में इलाज के लिए आने पर जगह नहीं मिल रही है. जमीन पर भी लेटा कर बच्चों का इलाज हो रहा है. ज्यादातर मासूम बच्चों को खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त जैसी बीमारियों ने घेर रखा है. बीमार होने पर बच्चों को भरतपुर के जनाना अस्पताल लाया जा रहा है. हालांकि 2 या 3 दिन बाद तबीयत सही होने पर बच्चों को डिस्चार्ज भी किया जा रहा है.।
गर्मी के कारण बच्चे पड़ रहे बीमार
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हरिमोहन ने बताया कि मौसमी बीमारियों के कारण बच्चों की तबीयत खराब हो रही है. मरीज बच्चों की संख्या बढ़ गई है और अस्पताल में बेड की संख्या कम है. अस्पताल में किसी तरह जगह को मैनेज कर बच्चों का इलाज किया जा रहा है. इलाज के लिए आनेवाले बच्चों को बेड की कमी के कारण भगाया नहीं जा सकता. पहले अस्पताल में रोजाना की ओपीडी 600 से 700 रहती थी. आज बढ़कर 1100 से 1200 तक हो गई है.
अस्पताल के हर वार्ड में एक कूलर
अस्पताल के अंदर हर वार्ड में महज एक कूलर की व्यवस्था है. एक कूलर से सभी मरीजों तक सुविधा मिलना दुश्वार है. आज भीषण गर्मी का दौर होने की वजह से मरीजों को वार्ड के अंदर आहत होना पड़ रहा है. खासकर कूलर चलने से वार्ड के अंदर उमस पैदा हो जाती है. उमस पैदा होने से मरीज परेशान रहते हैं. फंखे चल रहे हैं लेकिन भीषण गर्मी में उसकी हवा भी गर्म ही लगती है.
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