Bharatpur: 'पर्यटक जंगल के अंदर नहीं जाएं', केवलादेव नेशनल पार्क प्रशासन ने क्यों जारी की चेतावनी?
Bharatpur News: लेपर्ड की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. केवलादेव नेशनल पार्क को लेपर्ड पिछले नवंबर से ठिकाना बनाये हुए है. जंगल, पानी और चीतल होने की वजह से लेपर्ड के लिए वातावरण उपयुक्त है.
Rajasthan News: भरतपु के केवलादेव नेशनल पार्क (Bharatpur Keoladeo National Park) में एक बार फिर से लेपर्ड (Leopard) दिखाई दिया. लेपर्ड की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. अबकी बार लेपर्ड पाइथन पॉइंट पर घूमता हुआ नजर आया. लेपर्ड घना पक्षी विहार के अंदर नवंबर महीने से रह रहा है. केवलादेव नेशनल पार्क प्रशासन ने पर्यटकों के लिए की चेतावनी जारी की है. पर्यटकों को जंगल के अंदर जाने से मना किया गया है. चेतावनी बोर्ड लगाकर लोगों को सजग किया गया है. शनल पार्क के अंदर जाते हैं. पार्क प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए चेतावनी जारी की है. डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि पिछले नवम्बर से लेपर्ड केवलादेव नेशनल पार्क में है. लगता है कि घना पक्षी विहार का वातावरण लेपर्ड के लिए उपयुक्त है. पहले से जंगल भी काफी अच्छा हो गया है. जंगल में पानी की कमी नहीं है.
केवलादेव नेशनल पार्क में नजर आया लेपर्ड
उन्होंने बताया कि घना पक्षी विहार के अंदर 2 हजार 5 सौ चीतल हैं. केवलादेव नेशनल पार्क का वातावरण उपयुक्त होने की वजह से लेपर्ड रुका हुआ है. घना पक्षी विहार के निदेशक मानस सिंह ने बताया कि लेपर्ड ऐसा जानवर है जिससे हम जितना सचेत रंहे उतना ही हमारे लिए अच्छा है.
सुबह के समय अंदर जाने से की गयी मनाही
पर्यटकों को समस्या इसलिए नहीं होती क्योंकि रिक्शा या साइकिल में जाते हैं. उनके साथ नेचर गाइड होते हैं. सभी पर्यटकों को बोल रखा है कि घूमने वाली जगह से हटकर कहीं न जाएं. घूमने वाली जगह से हटकर पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी. अभी तक लेपर्ड का मूवमेंट जगह-जगह लगे हुए सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो रहा है. सीसीटीवी कैमरे की मॉनिटरिंग रोजाना की जाती है.