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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
26 साल की कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने कैसे सीएम भजनलाल के गढ़ में लहराया जीत का परचम, ये रहीं वजह
Bharatpur News: संजना जाटव की जीत के कारणों में जाट समाज का ओबीसी आरक्षण न मिलना, गंगाजल अभियान, अनुसूचित जाति वोटों का लामबंदी, और जाट, जाटव, मुस्लिम और मीणा जातियों का एकजुट होना है.
Bharatpur Lok Sabha Election 2024 Result: राजस्थान का पूर्वी द्वार भरतपुर कहलाता है भरतपुर जिला मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का गृह जिला भी है. अब बड़ा सवाल यह है कि लोकसभा चुनाव में 26 वर्षीय संजना जाटव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ती है और 51983 मतों से बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली को हराकर जीत जाती है. जब साथी पत्रकारों से इस बारे में जानकारी ली तो नाम नहीं लिखने की शर्त पर पत्रकार साथियों ने बताया की मुख्यमंत्री के गृह जिले में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के कई कारण सामने आये है.
भरतपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह यह है कि भरतपुर लोकसभा सीट जाट बाहुल्य सीट है और भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है. राजस्थान के अन्य जिले के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण का लाभ मिलता है.
गंगाजल अभियान कर दिया था शुरू
भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज द्वारा केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग कर आंदोलन किया था. केंद्र सरकार द्वारा जाट समाज की यह मांग नहीं मानी गई इसलिए आरक्षण की मांग को लेकर जाट समाज ने बीजेपी को हराने के लिए गंगाजल अभियान शुरू कर दिया था. यही वजह है कि भरतपुर जिले का जाट समाज बीजेपी के खिलाफ हो गया और कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव की जीत हो गई.
इसलिए BJP को हार का करना पड़ा सामना
दूसरा बड़ा कारण जो सामने आया है वह यह है की जाती समीकरण संजना के पक्ष में थे. अनुसूचित जाती के जो वोट पहले बहुजन समाज पार्टी में जाता था इस बार लामबंद होकर कांग्रेस के पक्ष में गया है. क्यों की भरतपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस लिए संजना जाटव की जीत हुई है और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है
इसलिए मुस्लिम समुदाय BJP थे नाराज
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता भी लगभग ढाई लाख के लगभग मुस्लिम मतदाता है. मुस्लिम समुदाय के लोग कांग्रेस के कोर वोटर माने जाते है. मुस्लिम समुदाय की सभी वोट कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के पक्ष में गई है. मेवात क्षेत्र में पुलिस की आये दिन हो रही कार्रवाई की वजह से भी मुस्लिम समुदाय बीजेपी से नाराज माना जा रहा है.
संजना जाटव ने इसलिए जीत गई चुनाव
भरतपुर लोकसभा सीट पर यही कारण रहे है की कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली को 51 हजार 983 मतों से हराकर दिल्ली लोकसभा का टिकट कटाया है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में यह कहा जा सकता है कि जाट , जाटव , मुस्लिम ,मीणा जातियां एक होकर बीजेपी के खिलाफ हो गई और सभी जातियां कांग्रेस के पक्ष में हो गए यही वजह है कि संजना जाटव चुनाव जीत गई.
संजना जाटव जो वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कठूमर विधानसभा से 409 वोट से हार गई थी मगर इस लोकसभा चुनाव में उनकी किस्मत खुल गई और मुख्यमंत्री के गढ़ को ढहा दिया और भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद बनकर दिल्ली पहुंच गई है.
भरतपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह यह है कि भरतपुर लोकसभा सीट जाट बाहुल्य सीट है और भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है. राजस्थान के अन्य जिले के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण का लाभ मिलता है.
गंगाजल अभियान कर दिया था शुरू
भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज द्वारा केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग कर आंदोलन किया था. केंद्र सरकार द्वारा जाट समाज की यह मांग नहीं मानी गई इसलिए आरक्षण की मांग को लेकर जाट समाज ने बीजेपी को हराने के लिए गंगाजल अभियान शुरू कर दिया था. यही वजह है कि भरतपुर जिले का जाट समाज बीजेपी के खिलाफ हो गया और कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव की जीत हो गई.
इसलिए BJP को हार का करना पड़ा सामना
दूसरा बड़ा कारण जो सामने आया है वह यह है की जाती समीकरण संजना के पक्ष में थे. अनुसूचित जाती के जो वोट पहले बहुजन समाज पार्टी में जाता था इस बार लामबंद होकर कांग्रेस के पक्ष में गया है. क्यों की भरतपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस लिए संजना जाटव की जीत हुई है और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है
इसलिए मुस्लिम समुदाय BJP थे नाराज
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता भी लगभग ढाई लाख के लगभग मुस्लिम मतदाता है. मुस्लिम समुदाय के लोग कांग्रेस के कोर वोटर माने जाते है. मुस्लिम समुदाय की सभी वोट कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के पक्ष में गई है. मेवात क्षेत्र में पुलिस की आये दिन हो रही कार्रवाई की वजह से भी मुस्लिम समुदाय बीजेपी से नाराज माना जा रहा है.
संजना जाटव ने इसलिए जीत गई चुनाव
भरतपुर लोकसभा सीट पर यही कारण रहे है की कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली को 51 हजार 983 मतों से हराकर दिल्ली लोकसभा का टिकट कटाया है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में यह कहा जा सकता है कि जाट , जाटव , मुस्लिम ,मीणा जातियां एक होकर बीजेपी के खिलाफ हो गई और सभी जातियां कांग्रेस के पक्ष में हो गए यही वजह है कि संजना जाटव चुनाव जीत गई.
संजना जाटव जो वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कठूमर विधानसभा से 409 वोट से हार गई थी मगर इस लोकसभा चुनाव में उनकी किस्मत खुल गई और मुख्यमंत्री के गढ़ को ढहा दिया और भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद बनकर दिल्ली पहुंच गई है.
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प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
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