Bharatpur Cyber Crime: भरतपुर (Bharatpur) के मेवात इलाके को मिनी जामताड़ा के नाम से भी जाना जाता है. पहले यहां नकली सोने की ईंट को असली बताकर लोगों के साथ ठगी की जाती थी. इसके बाद ओलेएक्स के जरिये लोगों को ठगा गया. वहीं अब सेक्सटॉर्शन और खासकर साइबर ठगी से लोगों को चूना लगाया जाता है.मे वात क्षेत्र के बदमाश साइबर ठगी से देश के हर राज्य के लोगों को ठगते हैं. यही नहीं ये साइबर ठग लोगों को व्हाट्सएप वीडियो चैट के जरिए असली वीडियो बनाकर सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाते हैं.
ये साइबर ठग खुद को सीबीआई का अधिकारी बताते हुए भी लोगों को ब्लैकमेल करते हैं. सीबीआई टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार से मेवात क्षेत्र में ऐसे ही साइबर ठगी के अपराधियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया. इस दौरान सीबीआई ने पुलिस टीम के सहयोग से तीन अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जबकि अन्य की तलाश जारी है.
तीन ठग गिरफ्तार
दरअसल, गुरुवार को भरतपुर पुलिस के सहयोग से सीबीआई की टीम ने कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के गांव झेझपुरी में दबिश देकर यहां से तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हिल, साहिल और मोहर सिंह के रूप में हुई है. सीबीआई की टीम अपने स्तर पर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई कर रही है, लेकिन वो भरतपुर पुलिस के अधिकारियों को ज्यादा डिटेल नहीं बता रही है. बताया जा रहा है कि मेवात इलाके के इन बदमाशों ने किसी बड़े व्यक्ति के साथ सेक्सटॉर्शन की वारदात को अंजाम दिया है.
क्या कहना है पुलिस का
भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि सीबीआई की टीम आई थी और उन्होंने स्थानीय पुलिस से इमदाद मांगी थी. साइबर ठगी से संबंधित एक मुकदमा है, जिसकी विस्तृत जानकारी सीबीआई की टीम के पास है. सीबीआई टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में विस्तृत जानकारी सीबीआई की टीम के पास ही है. गौरतलब है कि विगत महीने भी पुलिस ने दो ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताते हुए लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया था.