Rajasthan: एक साथ मनाया जाएगा नवरात्रि और श्रीराम जन्मोत्सव का जश्न, बड़े स्तर पर होगा रामलीला का मंचन
राजस्थान के भरतपुर में इस बार नवरात्रि और श्रीराम जन्मोत्सव एक साथ मनाया जाएगा. श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति की तरफ से फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी और बड़े स्तर पर रामलीला मंचन किया जाएगा.
Navratri-Shree Ram Janmotsava: राजस्थान के भरतपुर में 22 मार्च से शुरू हो रही नवरात्रि (Navratri) के साथ ही श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति की ओर से बिहार जी मंदिर के परिक्रमा मार्ग में श्रीराम जन्मोत्सव (Shree Ram Janamotsava) संबंधित फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी. जिससे युवा पीढ़ी को भगवान श्री राम (Lord Rama) के इतिहास की जानकारी हो सके. 20 मार्च को हिंदू समाज की ओर से वाहन रैली निकाली जाएगी जो राम वाटिका मैरिज होम से शुरू होकर मुख्य बाजार से होते हुए वापस राम वाटिका पर समाप्त होगी.
श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति 30 मार्च को शहर के मुख्य बाजार में शोभायात्रा निकालेगी. शोभायात्रा में हेलीकॉप्टर के जरिए पुष्प वर्षा की जाएगी. यह शोभायात्रा कुम्हेर गेट से शुरू होकर मुख्य बाजार होते हुए कॉलेज ग्राउंड पहुंचेगी जहां पर श्री राम दरबार की महा आरती का आयोजन किया जाएगा.
दोबारा शुरू होगा रामलीला का मंचन
श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति की ओर से भव्य रामलीला का मंचन भी शुरू किया जाएगा. समिति के अध्यक्ष रघुराज काकाजी ने बताया है की पाश्चात्य सभ्यता के अनुसरण और डिजिटल जमाने के इस चका-चौंध के दौर में गांव-गांव कलाकारों के जरिए मंचित होने वाली रामलीला तकरीबन खत्म हो चुकी है लेकिन अब भरतपुर शहर में फिर से इस रामलीला को जिन्दा करने की कोशिश की जा रही है.
देश आजाद होने से पहले शुरू हुई थी रामलीला
भरतपुर में रामलीला की शुरुआत 1905 में राजमाता गिर्राज कंवर ने शुरू कराई थी. भरतपुर की रामलीला काशी के रामनगर की तर्ज पर होती थी जिसमें रामचरित्र मानस की चौपाई, छंद, दोहे और सोरठे ही संवाद के रूप मे बोले जाते थे. लेकिन भरतपुर की रामलीला बीच में आर्थिक कारणों से बन्द गई. अब रामलीला का मंचन होता है लेकिन देखने वालों की संख्या बहुत कम होती है. टेलीविजन और मोबाइल के आने से पहले रामलीला लोगों के मनोरंजन और धार्मिक ज्ञान का एकमात्र जरिया थी लेकिन डिजिटल होने के बाद इसे लोग पूर्ण रूप से भूल गए है.
बड़े स्तर पर होगा रामलीला मंचन
आज के इस दौर में लोगों के पास कुछ घंटे बैठकर कलाकारों के मंचित रामलीला को देखने के लिए समय नहीं होता है. अब श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति युवाओं को भगवान श्रीराम की जीवनी और पुरानी परम्पराओं का ज्ञान कराने के लिए श्रीराम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रही है. इसके अलावा इस बार रामलीला मंचन का आयोजन बड़े स्तर पर किए जाने की जानकारी है.