Bharatpur News: राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले में अतिक्रण हटाने के दौरान एक ऐसी घटना हुई, जिसने सभी के होश उड़ा दिए. यहां के कामा थाना क्षेत्र के गांव विलंग के रहने वाले एक पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर रास्ता बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनका घर तोड़ दिया.
इसके बाद पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव से मिकलर न्याय की गुहार लगाई. उन्होंने बताया कि स्थानीय सरपंच ने प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनके घर को तोड़ दिया. जब परिवार की नाबालिग लड़की ने इसका विरोध किया तो उस पर जेसीबी से पत्थर डाल दिए. जिससे उसको चोटे आईं और वो कक्षा 10 की परीक्षा भी नहीं दे पाई है.
अतिक्रमण हटाने के नाम पर चला बुलडोजर
ये घटना चार मार्च की है. आरोप है कि ग्राम पंचायत के सरपंच ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर रास्ता बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने के नाम पर बुलडोजर चला कर गांव के शरीफ नाम के व्यक्ति का घर को तोड़ दिया. शरीफ के घर को जब तोड़ा जा रहा था तो उसके परिजन विरोध कर रहे थे. परिजनों के विरोध करने पर जेसीबी मशीन से कक्षा 10 में पढ़ने वाली नाबालिग बेटी के ऊपर पत्थर डाल दिए. जिससे उसको चोट आई हैं और वो परीक्षा नहीं दे पाई.
पीड़ित परिवार ने बयां किया दर्द
पीड़ित परिवार का कहना है कि हमारी खातेदारी की जमीन है. इस पर हम 45 वर्षों से रह रहे हैं. मगर रंजिश के चलते कुछ बाहुबलियों के इशारे पर स्थानीय प्रशासन ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. गांव के कुछ बाहुबली लोग हमको बेघर करना चाहते हैं. हमको पहले से इस कार्रवाई की कोई सूचना या नोटिस नहीं दिया गया. सीधे बुलडोजर चला दिया. परिवार ने ये भी बताया कि हमने जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज प्रशासन को सौंप दिए. फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई.