Bharatpur News: भरतपुर पहुंचे डांग क्षेत्रीय विकास बोर्ड के चेयरमैन लाखन सिंह मीणा ने आज अधिकारियों की बैठक ली. डांग क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से कांग्रेस विधायक नाराज दिखे. उन्होंने बैठक में अधिकारियों को लताड़ लगाई और कहा कि कई इलाकों में आज भी बिजली की पहुंच संभव नहीं हो सकी है. डांग क्षेत्रीय विकास मंडल बनाने का उद्देश्य था कि पिछड़े हुए क्षेत्र में सभी प्रकार की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हों.
डांग क्षेत्रीय विकास बोर्ड के चेयरमैन हुए नाराज
आपको बता दें कि डांग क्षेत्र में राजस्थान के 8 जिले आते हैं. धौलपुर, भरतपुर से लेकर कोटा तक डांग क्षेत्र का विस्तार है. डांग क्षेत्रीय विकास मंडल का गठन 2005-06 में किया गया था. उद्देश्य था कि क्षेत्र में सभी प्रकार की सुविधाएं जैसे चिकित्सा, बिजली-पानी शिक्षा जैसी मूलभूत जरुरतें उपलब्ध हों. बोर्ड के गठन के वक्त से आज तक धौलपुर में सिर्फ 21 परसेंट बजट की राशि खर्च हो पाई है. चिंता का विषय है कि अगर पुराना बजट क्लियर नहीं होगा तो आगे बजट कैसे मिलेगा. उन्होंने लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
राज्यसभा सांसद चुनाव पर क्या बोले विधायक?
डांग क्षेत्रीय विकास बोर्ड के चेयरमैन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 14 जून तक कार्य योजना बनाकर भिजवायें और डांग क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधा पर ठोस कार्रवाई करें. जहां बिजली नहीं है उस जगह पर सोलर से बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराएं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बसपा से चुनाव जीतकर कांग्रेस में आने का कारण क्षेत्र में विकास कराना था और राज्यसभा सदस्य के चुनाव में कांग्रेस एकजुट है. उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी का खंडन किया.
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