Rajasthan News: राजस्थान में महिला नर्सिंग कर्मचारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 1 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना-प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन सरकार का अब तक इस पर ध्यान नहीं गया है. महिलाओं ने धरना स्थल पर भजन गाकर सरकार को जगाने का काम किया था. वहीं, महिला नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा धरना स्थल पर ही अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस (International Nursing Day) मनाया गया. महिला नर्सिंग कर्मचारियों ने नर्सिंग की जनक फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) की फोटो के सामने मोमबत्ती जलाकर उन्हें याद किया गया. 


 इस मौके पर महिला नर्सिंग कर्मचारियों का कहना था कि स्वास्थ्य सेवा में डॉक्टर के साथ ही नर्स भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. मरीजों के इलाज में एक नर्स द्वारा निस्वार्थ और समर्पण भाव से सेवा करते हैं. 12 मई को नर्सिंग दिवस इसलिए मनाया जाता है कि इस दिन नर्सिंग जीवन को प्रोफेशनल आयाम देने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था. उन्होंने कहा कि 12 मई को हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस मनाया जाता है लेकिन राजस्थान में महिला नर्सिंग कर्मचारी आज अपनी मांगों को लेकर सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. 


मिनी सचिवालय पर चल रहा है धरना
मिनी सचिवालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी महिला नर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की. सरकार से जल्द मांग पूरी करने की अपील की है. उनका कहना है कि जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. एएनएम-एलएचवी की जिला उपाध्यक्ष सरोज कुंतल ने बताया कि आज अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस है. नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिन हमने मनाया है .भरतपुर जिले की सभी एएनएम एलएचवी यहां मौजूद हैं. हमने धरना स्थल पर ही नर्सिंग दिवस मनाया है. हमारा धरना लगातार जारी रहेगा. 1 मई से हमारा धरना शुरू हुआ है जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक हमारा धरना जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि हम ग्रेड पे बढ़ाए जाने, पदनाम बदले जाने और एएनएम एलएचवी में जो पद हटाए गए  उन्हें वापस बरकरार किया जाए. 


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