Rajasthan Weather: मानसून की बारिश का रौद्र रूप, भरतपुर के 20 गांवों को खतरा, खोलने पड़े पांचना बांध के 3 गेट
Rajasthan Weather Update: भारी बरसात से करौली के पांचना बांध का जलस्तर बढ़ गया है. जलस्तर सामान्य रखने के लिए तीन गेट खोलकर 8000 क्यूसेक पानी की निकासी गंभीर नदी में की गयी.
Rajasthan Rain Alert: करौली के पांचना बांध से गंभीर नदी में पानी की आवक बढ़ती जा रही है. लगभग 8000 क्यूसेक पानी पांचना बांध से छोड़ा गया है. भरतपुर प्रशासन ने जल बहाव क्षेत्र के करीब 20 गांव में अलर्ट जारी किया है. प्रशासन ने नदी के बहाव क्षेत्र की तरफ नहीं जाने की लोगों को सलाह दी है. एसडीआरएफ टीमों को अलर्ट कर स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. बता दें कि पूर्वी राजस्थान में लगातार बारिश हो रही है.
करौली के पांचना बाँध से लगभग 8000 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद गम्भीरी नदी में पानी की आवक बढ़ती जा रही है. नदी किनारे बसे भरतपुर जिले की बयाना और रूपवास तहसीलों के लगभग 20 गांव को खतरा हो सकता है. गम्भीरी नदी में पानी की आवक को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.
प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीमों को भी मुस्तैद कर दिया है. सभी उपखंड मजिस्ट्रेट और तहसीलदारों को इलाके में नियमित नजर बनाये रखने का आदेश जारी हुआ है. पांचना बांध के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की गयी.
पांचना बांध से 8000 क्यूसेक पानी गंभीर नदी में छोड़ा गया
प्रशासन ने बयाना और रूपवास तहसीलों के लोगों से बहाव क्षेत्र में नहीं जाने की अपील की है. नदी के तटीय क्षेत्रों में बसे गांवों की आबादी को भी सचेत रहने का निर्देश जारी किया गया है. बयाना तहसील के चीखरू, पीपरिया, धुरेरी, मावली, महरावर, नहरौली, चक बीछी, सिंघाडा, शीदपुर, नदी का गांव प्रभावित होंगे.
इसके अलावा, रूपवास तहसील के दाहिना गांव, महलपुर काछी, मुर्रिका, कांधौली, दौलतगढ़, सिकरौदा, पिचूना, रसीलपुर, मिल्सवां, देवरी, पांड्री, मैरथा गांव भी प्रभावित हो सकते हैं. गौरतलब है कि लगातार बरसात के कारण पांचना बांध का जलस्तर बढ़ गया है.
भरतपुर की बयाना और रूपवास तहसीलों के गांवों पर खतरा
बांध का जलस्तर सामान्य रखने के लिए लगभग 8000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. पांचना बांध से छोड़ा गया पानी गंभीरी नदी में भरतपुर की तरफ तेज गति से आ रहा है. कई वर्षों से सूखी नदी में अचानक पानी आने से गांव को खतरा हो सकता है. कलेक्टर डॉ. अमित यादव के निर्देश पर ग्राम विकास अधिकारी, तहसीलदार और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मुस्तैद हैं.
तेज बहाव को देखते हुए नदी की तरफ नहीं जाने के लिए पाबंद किया गया है. ग्रामीणों को मवेशी भी नदी के आसपास नहीं ले जाने की अपील की गयी है. महिलाओं, बच्चों को नदी के आसपास नहीं जाने देने के लिए प्रशासन आह्वान कर रहा है.
ये भी पढ़ें: राजस्थान के इन जिलों में 5-7 दिन तक होगी जोरदार बारिश, जान लें मौसम विभाग का ताजा अपडेट