Bharatpur Police Operation Anti-Virus: राजस्थान के डीग जिले के मेवात क्षेत्र को साइबर क्राइम का गढ़ माना जाता है. देश के लगभग 15 राज्यों की पुलिस आये दिन साइबर क्राइम के आरोपियों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार करने के लिए दबिश देती रहती है. भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश द्वारा भरतपुर रेंज में साइबर क्राइम को रोकने के लिए ऑपरेशन एंटी वायरस चला रखा है.


अब पुलिस साइबर ठगों खिलाफ एंटीवायरस ऑपरेशन के तहत मेवात क्षेत्र में जालसाजों की अवैध  संपत्तियों की पहचान कर रही है इसके लिए वन विभाग से अनुमति मिलने के बाद पुलिस फरार जालसाजों के घरों को ध्वस्त कर देगी.


साइबर ठगों ने वन और राजस्व भूमि पर किया अवैध निर्माण
साइबर ठगों ने लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपये ठगे है, उनसे मेवात क्षेत्र में  वन भूमि और राजस्व भूमि पर अवैध निर्माण कर कब्जा कर लिया है. पुलिस अब वन विभाग और राजस्व विभाग की जमीन से ठगों द्वारा किया गया अवैध कब्जा पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त किया जायेगा.  


ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने का करते है काम
गौरतलब है की मेवात क्षेत्र के ठगों द्वारा ऑनलाइन अश्लील चैट के जरिए लोगों को ब्लैकमेल किया जाता है.  जालसाज लड़कियों के फर्जी फेसबुक पेज बनाते हैं और उन लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं जो अमीर और बूढ़े माने जाते हैं. वे मित्र अनुरोध स्वीकार करते हैं और ऑनलाइन अश्लील चैट के लिए सहमत होते हैं. अश्लील चैट के लिए तीन मोबाइल का इस्तेमाल किया जाता है और ठग भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर फिर ब्लैकमेल कर पैसे मांगे जाते हैं या किसी लड़की के साथ अश्लील चैट का उसका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दिया जाता है और उसे ब्लैकमेल कर उनसे रुपये ऐंठने का काम करते है. 


क्या कहना है पुलिस का
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि पिछले तीन माह में पुलिस ने करीब 500 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. ठगों द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई उनकी संपत्ति को ध्वस्त करने की योजना बनाई है. वन विभाग से जानकारी मांगी गई है ठगों की संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है.  योजना बनाकर उन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.


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