भरतपुर में पुलिस की 308 टीमों ने चलाया एरिया डोमिनेशन अभियान, एक दिन में 566 अपराधी गिरफ्तार
Bharatpur News: एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत एक दिन में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. 1377 पुलिसकर्मियों की 308 टीमों ने छह जिलों में अभियान चलाकर 566 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
Rajasthan News: भरतपुर रेंज में एक दिन के लिए एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया गया. अभियान के तहत कुल 566 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई. 1377 पुलिसकर्मियों की 308 टीम गठित कर कार्रवाई की गयी. पुलिस की टीमों ने एक दिन में 1251 स्थानों पर दबिश दी. आईजी राहुल प्रकाश के निर्देश पर भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी और डीग जिलों में अभियान चलाया गया. उन्होंने बताया कि अभियान के लिए हार्डकोर अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर और वांछित बदमाशों की सूची बनाई थी.
एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत कई को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनमें महिला अत्याचार के 5 आरोपी, 80 स्थाई वारंटी, 10 जघन्य अपराधों में शामिल अपराधी, 64 सामान्य अपराध में शामिल अपराधी, 09 वांछित अपराधी, 2 इनामी अपराधी, आर्म्स अपराधी 5 और एनडीपीएस एक्ट में वांछित 4 हिस्ट्रीशीटर हैं.
अवैध मादक पदार्थ, अवैध हथियार, अवैध शराब, अवैध खनन के भी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अवैध मादक पदार्थों के मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई. तस्कर के कब्जे से 10.90 ग्राम स्मैक जब्त की गई. अवैध हथियार रखने के मामले में 5 मुकदमा दर्ज कर सात आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों के कब्जे से 1 बंदूक, 4 देसी कट्टे और 4 कारतूस जब्त किए गए हैं.
एरिया डोमिनेशन अभियान में पुलिस को मिली सफलता
अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है. 23 मुकदमा दर्ज कर 18 शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया गया. शराब माफियाओं के कब्जे से 2 हजार 8 सौ 46 देसी शराब के पव्वे, 15 लीटर हथकड़ शराब और 1 कार को जब्त किया गया है. विशेष अधिनियम के तहत 54 मुकदमा दर्ज कर 86 अपराधियों की भी गिरफ्तारी हुई.
अवैध खनन के मामलों में पांच मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. आईजी राहुल प्रकाश ने बताया है कि पुलिस मुख्यालय के दिशानिर्देश पर प्रत्येक माह एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई की जाती है. एरिया डोमिनेशन अभियान 24 अक्टूबर से शुरू होकर 25 अक्टूबर को खत्म हुआ. उन्होंने बताया कि अभियान का उद्देश्य भरतपुर रेंज में कानून व्यवस्था को मजबूत करना और आमजन में सुरक्षा की भावना पैदा करना था.
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