Bharatpur News Today: राजस्थान की भरतपुर रेंज पुलिस ने सभी छह जिलों में अपराधियों को पकड़ने के लिए दो दिवसीय एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया. इस दौरान रेंज के सभी छह जिलों में अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस की 307 टीमें गठित की गई और इस अभियान में 681 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया.


भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश के निर्देशन में रेंज के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी और डीग जिलों में यह अभियान एक साथ दो दिन के लिए चलाया गया. जिसमे सभी जिलों के जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने भाग लिया.


भरतपुर रेंज में 1309 जगह दबिश
रेंज में सभी पुलिस अधीक्षकों के जरिये 1273 अधिकारियों और जवानों की 307 टीमें गठित की गई. जिन्होंने 1309 स्थानों पर दबिश देकर कुल 681 वांछित अपराधियों और असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अभियान में 13 हिस्ट्रीशीटरों को भी गिरफ्तार किया.


इस अभियान के दौरान पुलिस ने 11 महिला अत्याचार के आरोपियों, 155 स्थाई वारंटी, 28 जघन्य अपराधों में शामिल अपराधी, 103 सामान्य अपराध में शामिल अपराधी, 8 आदतन जो वांछित चल रहे हैं, 13 इनामी अपराधी और 9 अपराधी आर्म्स और एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. 


इसके अलावा 10 हिस्ट्रीशीटर जो वांछित चल रहे थे, 278 व्यक्तियों को 170 BNSS और 68 नए दर्ज मामलों में गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह अवैध मादक पदार्थ, अवैध हथियार, अवैध शराब, अवैध खनन के भी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 


भरतपुर में 154 अपराधी गिरफ्तार
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि भरतपुर रेंज आईजी के निर्देश पर भरतपुर में अभियान चलाया गया, जिसमें 270 पुलिसकर्मियों की 65 टीमें बनाई गई. 


उन्होंने ने बताया कि पुलिस ने 231 जगहों पर दबिश देकर 154 अपराधियों गिरफ्तार किया गया है. यह आपराधिक तत्व अलग- अलग मामलों में वांछित अपराधी, इनामी अपराधी, टॉप टेन अपराधी और स्टैंडिंग वारंटी कैटेगरी के अपराधी हैं.  


बज्र प्रहार के तहत चलाया गया अभियान 
भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप हर महीने भरतपुर रेंज में एरिया डोमिनेशन कार्रवाई बज्र प्रहार के तहत चलाई जाती है. इस महीने 31 अगस्त और 1 सितंबर को दो दिन तक यह अभियान चलाया गया.


आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि सभी 6 जिलों में लगभग 300 टीमों का गठन किया गया था, इन सभी टीमों ने लगभग 1300 स्थानों पर दबिश दी और कुल 681 वांछित अपराधियों और असामाजाकि तत्वों को गिरफ्तार किया है.


ये भी पढ़ें: राजस्थान SI भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में RPSC का पूर्व सदस्य गिरफ्तार, बेटा-बेटी भी अरेस्ट