Rajasthan Crime News: राजस्थान के भरतपुर जिले में पुलिस ने बदमाशों के नापाक इरादों पर पानी फेर दिया. कृपाल जघीना गैंग के सदस्य एक बार फिर से बड़े गैंगवार की साजिश रच रहे थे. बदमाश गैंगवार की घटना को अंजाम देते उससे पहले ही पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार लिया है. भरतपुर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र के जघीना गांव के रहने वाले कृपाल जघीना गैंग के बदमाशों एक अन्य कुलदीप जघीना गैंग के 3 लोगों को अपना निशाना बनाने के फिराक में थे. पुलिस ने मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे नाकाम बना दिया है.  


हाई सिक्योरिटी जेल से गैंगवार की साजिश


गैंगवार की घटना को अंजाम देने के लिए मास्टर माइंड कृपाल का भतीजा पंकज अजमेर जेल से ही तीन लोगों की रेकी करवा रहा था. पुलिस की जांच में इस गैंगवार की प्लानिंग में अभी तक 11 आरोपियों के नाम सामने आये हैं. जिसमें से 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार लिया है. कार्रवाई के दौरान अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से मोबाइल और सिम बरामद हुआ है.


बताया जा रहा है कि भरतपुर साइबर सेल को इस गैंगवार की जानकारी मिली थी. अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद कृपाल जघीना गैंग के बदमाश भरतपुर में एक बार फिर से गैंगवार की प्लानिंग बना रहे थे. इस सूचना के आधार पुलिस ने कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज किया. पुलिस तत्काल मामले की जांच में जुट गई. पुलिस ने इस मामले में शामिल अभी तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


जेल में सिम उपलब्ध कराने वाला गिरफ्तार


जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गैंगवार की प्लानिंग करने वाला मुख्य आरोपी पंकज जघीना, लोकेंद्र सहित हाई सिक्योरिटी जेल में मोबाइल उपलब्ध करवाने वाला आरोपी जहांगीर उर्फ डोरेमोन और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.


मुख्य आरोपी की पुलिस ने ली रिमांड


पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अभी और भी नाम सामने आ रहे हैं. पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है. इसमें अभी और भी आरोपी हैं, जो अजमेर जेल में बंद हैं. उनसे भी पूछताछ की जाएगी. मामले का खुलासा करते हुए भरतपुर जिला जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि पंकज को 13 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी पंकज की अभी और पुलिस रिमांड ली जाएगी.


पुलिस रेकी करने वालों की तलाश में जुटी


अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से पंकज और जहांगीर की निशानदेही पर मोबाइल और सिम बरामद किया गया है. हथियारों की व्यवस्था और रेकी करने वाला आरोपी रोहित हथैनी अभी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. इस मामले में रेकी करने वालों पर पुलिस की नजर बनाए हुए है.


पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है. पुलिस जांच में अभी कुछ और भी स्थानीय लोगों के नाम पूछताछ में सामने आए हैं, जो दोनों गैंग से संबंध रखते हैं. कृपाल जघीना की गैंग क्षेत्र में अपना दबदबा बनाये रखने के लिए इस घटना को अंजाम देना चाहती थी. कृपाल जघीना का भतीजा पंकज अजमेर जेल में बंद है. वह अपने साथियों के साथ कुलदीप गैंग के लोगों की हत्या की साजिश रच रहा था. पंकज जेल से ही लोगों से संपर्क कर रहा था और कुलदीप के साथियों की रेकी करवा रहा था.


दोनों गैंग के सदस्यों में हो चुका है गैंगवार
बता दें, इससे पहले 4 सितंबर 2022 को रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य कृपाल सिंह जघीना की हत्या कुलदीप जघीना ने अपनी गैंग के साथ मिलकर की थी. इसके बाद 12 जुलाई 2023 को भरतपुर के अमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस से पुलिस सुरक्षा में पेशी पर लाए जा रहे कुलदीप जघीना की कृपाल जघीना की गैंग ने अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी. इस घटना के बाद दोनों गैंग के बदमाश जेल में बंद हैं.


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