Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले में पुलिस की बर्बरता का एक मामला सामने आया है. यहां एक युवक ने वाहनों के लिए पार्किंग बनाई, जिसकी एवज में इलाके के थानाधिकारी ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. इसपर युवक ने सोशल मीडिया ग्रुप पर पुलिस के खिलाफ 10 हजार रूपए मांगने की पोस्ट शेयर कर दी. अपनी करतूत बाहर आने के बाद तिलमिलाई पुलिस ने युवक को थाने में बंद करके बेरहमी से पिटाई कर दी.
51 हजार देकर पार्किंग बनाई
दरअसल गुरु पूर्णिमा का लक्खी मेला गोवर्धन में चल रहा है. गोवर्धन प्रशासन द्वारा वाहनों को सीमा पर ही रोका जा रहा है, क्योंकि गुरु पूर्णिमा पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा लगाने आएंगे. भरतपुर के डीग कस्बे से गोवर्धन की सीमा लगी हुई है. सीमा पर ग्रामीण पार्किंग लगा रहे हैं, ताकि बाहर से आए वाहनों को पार्किंग में खड़ा पार्क किया जा सके. जिस जमीन पर ग्रामीण पार्किंग बना रहे थे उस जगह पर किसी और की पार्किंग भी बानी हुई थी. बताया जा रहा है कि युवक ने 51 हजार देकर पार्किंग बनाई है. ग्रामीणों का कहना था की जिस जगह ग्रामीण पार्किंग बना रहे थे उस जगह पर पार्किंग चलाने के लिए थानाधिकारी द्वारा 10 हजार की रिश्वत मांगी गई थी.
सिर के बाद उखाड़ लिए
लेकिन डीग थाना इलाके में गांव बरौली चौथ निवासी युवक अतेंद्र सिंह की सिर्फ इतनी गलती थी कि उसने स्थानीय सोशल मीडिया ग्रुप पर पुलिस के खिलाफ 10 हजार रूपए मांगने की पोस्ट शेयर कर दी. सोशल मीडिया पर की गई इस पोस्ट को देखकर डीग थाना पुलिस गुस्से में आ गई और युवक अतेंद्र को थाने में बंद कर उसकी बर्बरतापूर्ण तरीके से पिटाई की गई. डीग थाना पुलिस ने पीड़ित अतेंद्र को गांव से पकड़ लिया और उसे पहले पुलिस चौकी पूंछरी का लौठा लेकर गए, वहां से उसे देर रात थाने ले गए. आरोप है कि थाने के अंदर शराब का नशा कर करीब 7 पुलिस कर्मियों ने पीड़ित युवक के साथ जमकर मारपीट की. मारपीट से युवक को कई जगह गहरे चोट के निशान आ गए हैं. पुलिस की बर्बरता यहीं नहीं रुकी उन्होंने युवक की इतनी पिटाई की, कि उसके सिर के बाल तक उखाड़ लिए.
क्या कहना पीड़ित युवक का
पीड़ित युवक अतेन्द्र ने बताया कि घटना 10 जुलाई की है. मैंने सड़क किनारे अपनी खेती की जमीन में साइकिल स्टैंड बना लिया था, मगर पुलिस चौकी पूंछरी का लौठा इंचार्ज स्टैंड चलाने के लिए दस हजार रूपए की मांग कर करने लगा. मैंने पुलिस की शिकायत करते हुए पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली थी. इसके बाद पुलिस वाले मुझे थाने ले गए और मेरे साथ 7 पुलिस वालों ने मारपीट की. पुलिसकर्मियों ने मेरे सिर के बाल उखाड़ दिए. दूसरे दिन सुबह पुलिसकर्मियों ने पीड़ित का मेडिकल करवाया और उपखण्ड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया. जहां उसकी जमानत हो गई. पुलिस ने पीड़ित को धमकी दी कि पिटाई के बारे में किसी को नहीं बताना.
क्या कहना है पुलिस अधिकारी का
डीग रेंज के अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह कविया ने कहा कि एक साइकिल स्टैंड चलाने वाले को धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया था. पुलिस द्वारा उसके साथ मारपीट की गई है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है. अगर मारपीट का कोई मामला है तो उसकी जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.