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Bharatpur: भरतपुर का मेवात साइबर क्राइम का बना 'जामताड़ा', कभी मांगते हैं OTP तो कभी नकली सामान बेच लगाते हैं चूना
Rajasthan News: राजस्थान के मेवात क्षेत्र में टटलूबाजी करते हुए लोगों को चूना लगाने की घटना आए दिन होती रहती है लेकिन अब उन टटलूबाजों ने साइबर क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया है.
Bharatpur Cyber Crime: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले का मेवात क्षेत्र (Mewat Region) साइबर क्राइम (Cyber Crime) के मामलों में मिनी जामताड़ा बन चुका है. भरतपुर के मेवात क्षेत्र में ठगी काफी लम्बे समय से होती आ रही है. इसी बीच, हरियाणा के गुरुग्राम से (Gurugram) से साइबर सेल की टीम एक आरोपी जाहिर को पकड़ने के लिए भरतपुर के नगर थाना क्षेत्र पहुंची. इस तरह देश के 15 राज्यों की पुलिस आए दिन भरतपुर के मेवात क्षेत्र में साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश देती रहती है .
सबसे पहले मेवात क्षेत्र के ठगों द्वारा टटलू बाजी कर लोगों को पीतल की ईंट को सोने की बताकर ठगी किया करते थे. उसके बाद मेवात क्षेत्र के लोगों ने ठगी करने का तरीका बदला और OLX पर विज्ञापन देकर ठग अपने आप को सेना का जवान या अधिकारी बताकर कुछ भी कार ,मोटरसाइकिल ,अन्य घरेलू सामान बेचने का विज्ञापन देकर लोगों को बुलाते या उनसे एडवांस रूपये अपने खाता में डलवाकर ठगी करते थे. ये ठग बिजली कंपनी का अधिकारी बनकर OTP पूछकर या लोगों को बैंक अकाउंट बंद होने का झांसा देकर उनके खाते खाली कर देते हैं.
अब तक दर्ज हुए हैं इतने मामले
जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 में भरतपुर में 82 मुकदमे दर्ज हुए थे और 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अलवर जिले में वर्ष 2021 में साइबर क्राइम के 106 मुकदमे दर्ज हुए थे और पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया था. भरतपुर जिले में वर्ष 2022 में भरतपुर विभिन्न पुलिस थानों में 72 मामले दर्ज हुए थे और 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वर्ष 2022 में अलवर जिले में साइबर क्राइम के 137 मामले दर्ज हुए थे जिनमें 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जनवरी 2023 से मार्च तक भरतपुर पुलिस ने साइबर क्राइम के 42 मामले दर्ज किए है और 23 ठगों को गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह अलवर पुलिस द्वारा 36 मामले दर्ज किए गए है .
जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 में भरतपुर में 82 मुकदमे दर्ज हुए थे और 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अलवर जिले में वर्ष 2021 में साइबर क्राइम के 106 मुकदमे दर्ज हुए थे और पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया था. भरतपुर जिले में वर्ष 2022 में भरतपुर विभिन्न पुलिस थानों में 72 मामले दर्ज हुए थे और 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वर्ष 2022 में अलवर जिले में साइबर क्राइम के 137 मामले दर्ज हुए थे जिनमें 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जनवरी 2023 से मार्च तक भरतपुर पुलिस ने साइबर क्राइम के 42 मामले दर्ज किए है और 23 ठगों को गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह अलवर पुलिस द्वारा 36 मामले दर्ज किए गए है .
क्या कहना है पुलिस का
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया है कि भरतपुर जिले के 8 थाना क्षेत्रों के लगभग 125 गांव साइबर क्राइम से प्रभावित हैं. पुलिस के सर्वे में सामने आया कि
ठग अन्य राज्यों से सिम लाकर अपनी पहचान छुपाते हैं. सिम असम, ओडिशा, और पश्चिम जंगल से लाए जाते हैं. पुलिस ने उन राज्यों का मोबाईल डाटा लेकर जांच की उसके बाद लगभग एक लाख सिम और एक लाख 11 हजार एंड्रॉयड फोन को ब्लॉक कराया गया. अप्रैल में 36 हजार सिम मेवात क्षेत्र में एक्टिव मिले हैं. इन 36 सिम पर 21 हजार शिकायत आई है. मेवात इलाके से पुलिस ने करीब 800 मोटरसाइकिल जप्त की हैं जिनका उपयोग यह बदमाश अपराध के लिए करते थे. अब तक 500 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.
ठग अन्य राज्यों से सिम लाकर अपनी पहचान छुपाते हैं. सिम असम, ओडिशा, और पश्चिम जंगल से लाए जाते हैं. पुलिस ने उन राज्यों का मोबाईल डाटा लेकर जांच की उसके बाद लगभग एक लाख सिम और एक लाख 11 हजार एंड्रॉयड फोन को ब्लॉक कराया गया. अप्रैल में 36 हजार सिम मेवात क्षेत्र में एक्टिव मिले हैं. इन 36 सिम पर 21 हजार शिकायत आई है. मेवात इलाके से पुलिस ने करीब 800 मोटरसाइकिल जप्त की हैं जिनका उपयोग यह बदमाश अपराध के लिए करते थे. अब तक 500 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.
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प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
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