Bharatpur News: भरतपुर जिले के मेवात क्षेत्र को अपराध का गढ़ माना जाता है. देश की लगभग 14 राज्यों की पुलिस मेवात इलाके में अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश देती रहती है. मेवात इलाके में आये दिन महिलाओं से रेप, लूट, ठगी, टटलूबाजी, गौ तस्करी जैसी वारदातों के मामले दर्ज होते रहते हैं. लेकिन देखने में अक्सर आता है कि कामां पुलिस के पास संसाधनों की कमी है. जिले के जिस क्षेत्र में सबसे ज्यादा अपराध वहीं पुलिस के पास संसाधन की कमी है.
कामां थाना के पास सिर्फ एक बोलेरो गाड़ी
कामां थाना के पास सिर्फ एक बोलेरो गाड़ी है. भरतपुर जिले में 7 विधानसभा सीट है और 4 विधायक राज्य सरकार में मंत्री हैं. किसी न किसी मंत्री का दौरा भरतपुर में होता रहता है. पुलिस थाने की गाड़ी को मंत्री के प्रोटोकॉल में दौड़ाया जाता है. अगर उसी दौरान वारदात हो जाये तो पुलिस जवानों को निजी वाहन का इंतजाम कर घटनास्थल पर पहुंचना होता है. करमुका गांव में मूर्ति टूटने के विवाद पर दो समुदाय आमने सामने आ गए थे. झगड़े के बाद गांव में शांति बहाली के लिए अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया है. लेकिन गांव में पुलिस जाब्ता पहुंचाने के लिए साधन की कमी दिखाई दी.
निजी ऑटो से जाते दिखाई दिए पुलिसकर्मी
कामां थाने से पुलिसकर्मी निजी ऑटो के जरिए घटनास्थल पर जाते हुए दिखाई दिए. ऐसे में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या मात्र एक गाड़ी से अपराध पर लगाम लग जाएगा? भरतपुर के मेवात क्षेत्र में लगभग 6 पुलिस थाने लगते हैं और कामां पुलिस थाने पर एक बोलेरो गाड़ी है. पहाड़ी थाने पर एक जिप्सी और एक बाइक है. गोपालगढ़ थाना पर एक बोलेरो गाड़ी और एक बाइक है. कैथवाड़ा थाना पर एक जिप्सी और एक बाइक है. जुरहरा थाना पर भी एक जिप्सी और एक बाइक उपलब्ध है.