राजस्थान की सरकार एक तरफ तो महंगाई राहत शिविर लगाकर लोगों को राहत पहुंचने का काम कर रही है वहीं ग्रामीण क्षेत्र में लोग पानी की समस्या से बेहाल है. ग्रामीण पानी के लिए मटका फोड़ प्रदर्शन कर रहे हैं. 


राजस्थान में कई इलाकों में मानसून से पहले और मानसूनी बरसात के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, लेकिन पूर्वी राजस्थान के भरतपुर में बरसात की कमी के कारण एक तरह से सूखा पड़ा हुआ है. भरतपुर के कई ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की किल्लत बनी हुई है.


ग्रामीणों ने जलदाय विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया है उनका कहना है कि जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते पानी की सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है और ग्रामीण क्षेत्र में पानी की किल्लत जारी है.


आज भरतपुर जिले की बयाना तहसील की भीम नगर कॉलोनी के ग्रामीण महिलाओं सहित जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचे और वहां पर जाकर मटका फोड़ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.


प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि जलदाय विभाग के पानी की लाइन कई दिनों से क्षतिग्रस्त है जिसकी वजह से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है और भारी परेशानी हो रही है. आज सभी ग्रामीण महिलाओं सहित जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचे और जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा की यदि ग्रामीणों की पानी की समस्या का समाधान नहीं किया तो ग्रामीण सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे चक्का जाम करेंगे.


20 दिन से नहीं आ रहा पानी 


भीम नगर कॉलोनी के ग्रामीणों ने बताया कि हमारी कॉलोनी में लगभग 20 दिन से पानी नहीं आ रहा है और पानी के लिए भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जलदाय विभाग के अधिकारियों को कई बार लिखित में शिकायत की गई है मगर कोई समाधान नहीं हो सका है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है की यदि हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जल्दी ही बड़ा प्रदर्शन करेंगे.


ग्रामीणों ने बताया कि हमारे इलाके में लगभग 20 दिन से पानी नहीं आ रहा है और भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को शिकायत की मगर कोई समाधान नहीं हो सका है. यदि हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जल्दी ही बड़ा प्रदर्शन करेंगे.


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