Bharatpur Crime: राजस्थान का पूर्वी द्वार कहे जाने वाले भरतपुर जिले की सीमा हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लगती है और यही कारण है कि यहां पर अपराध कुछ ज्यादा है. जिले के मेवात क्षेत्र में अक्सर ठगी, लूट की वारदातें होती रहती हैं. यही नहीं फायरिंग और हत्या की घटनाएं भी जिले में हुई हैं. हालात ये हैं कि साल 2022 में जिले में होने वाले अपराधों के ग्राफ में बढ़ोत्तरी देखी गई है.


वहीं पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने वर्ष 2022 का लेखा-जोखा बताते हुए कहा कि जिले में 2021 से 8 प्रतिशत अपराध तो बढ़ा है लेकिन गंभीर अपराधों में कमी आई है. ज्यादातर अपराध सामान्य श्रेणी के हुए हैं. जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए 23129 असामाजिक तत्वों को 107 /116 में पाबन्द किया है तो वहीं 6877 असामाजिक तत्वों को शांति भंग में गिरफ्तार कर पाबंद कराया गया है.
        
अवैध हथियारों के खिलाफ कार्यवाई 
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया है की जिले में अवैध हथियारों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई है. वर्ष 2020 में 168 मामले दर्ज हुए थे. 2021 में 193 मामले दर्ज हुए थे लेकिन 2022 में 248 मामले दर्ज कर अवैध हथियार के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई की है और वर्ष 2022 में 242 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि जिले में 7 वर्ष से फायर आर्म्स के प्रकरणों में 1050 चालान शुदा अपराधियों का चिन्हीकरण कर ऐसे अपराधियों के खिलाफ 01 दिसंबर 2022 से अभियान चलाकर 1050 अपराधियों में से 21 अपराधियों के खिलाफ अवैध फायर आर्म्स के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है. 


वाहन चेकिंग
जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जिला पुलिस ने आकस्मिक वाहन चेकिंग के लिए विशेष अभियान चलाकर वर्ष 2022 में 2 लाख 17 हजार 356 चौपहिया और दोपहिया वाहनों की चेकिंग कर 63 हजार 492 वाहनों का चालान किया और 53 सौ वाहनों को जब्त किया गया जिसमें 505 वहां चोरी के होने पर 233 प्रकरण दर्ज कर 505 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. 


सड़क दुर्घनाओं में कमी के लिए एमवी एक्ट में हुई कार्यवाई 
जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पुलिस ने प्रभावी कार्यवाई करते हुए 71 हजार 119 वाहन चालकों के चालान काटे गए जिनसे वर्ष 2022 में 1 करोड़ 67 लाख 96 हजार 80 रुपये जुर्माना राशि वसूल की गई जिसमें बिना हैलमेट वाहन चालक, बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चालक, तेज गति से वाहन चलाने वाले चालक, मोबाइल फोन पर बात करते वाहन चलने और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के चालान काटे गए. 


मर्डर के मामलों में आई कमी 
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि जिले में वर्ष 2020 में 101 हत्याएं हुई थीं तो वर्ष 2021 में 99 लेकिन वर्ष 2022 में 88 प्रकरण हत्या के दर्ज हुए हैं. 2022 में हत्या के मामले में 93 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस द्वारा सभी हत्याओं का खुलासा भी किया जा चुका है.        


महिला अत्याचार में 60 प्रतिशत झूठे मामले 
जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया है कि महिला अत्याचार में 2021 में 303 मामले दर्ज हुए थे और 2022 में 334 मामले दर्ज हुए हैं. बलात्कार के 102 मामलों में चालान हुआ और 201 प्रकरण झूठे प्रकरण पाए. उन्होंने कहा कि लगभग 60 प्रतिशत झूठे प्रकरण दर्ज होते हैं. उन्होंने कहा कि लोग आपसी लड़ाई में या पुरानी रंजिश में महिला के बलात्कार का मामला दर्ज करा देते हैं. प्रकरण की जांच FIR के हिसाब से होती है और धारा भी उसी के अनुरूप लगाई जाती है लेकिन जब जांच अधिकारी जांच करता है तो मामला झूठा पाया जाता है और उसमें एफआर लगानी पड़ती है.


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