Rajasthan News: मानसून की विदाई के समय पूर्वी राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले में लगातार हो रही बरसात से खरीफ की फसल बाजरा को ज्यादा नुकसान हुआ है क्योंकि कई जगह तो बाजरा को काट लिया है लेकिन कई किसानों ने अभी बाजरे और ज्वार की फसल की कटाई नहीं की है. कई किसानों द्वारा कटाई तो कर ली गई है लेकिन कटी फसल भी खेतों में ही पड़ी है और लगातार बरसात होने से खेतों में पानी भर गया है. खेतों में कटी फसल बरसात के पानी में डूब गई है. बाजरा पानी में डूबने से फिर से अंकुरित हो गया है जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
कृषि मण्डी को करना पड़ा बंद
भरतपुर की कृषि उपज मंडी को बरसात के कारण बंद रखा गया है. मण्डी अध्यक्ष ने बताया है कि लगातार हो रही बरसात से कुम्हेर गेट स्थित कृषि उपज मण्डी में पानी भर गया है जिससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानो के साथ मण्डी में व्यापारियों को भी परेशानी हो रही है. जलभराव की स्थिति को देखते हुए आज शनिवार और कल रविवार को कृषि मण्डी को बन्द रखा जायेगा.
रवि की फसल को होगा फायदा
पूर्वी राजस्थान में विदाई लेते मानसून की दो दिन से रही बरसात किसानों की सरसों चना, गेहूं आदि फसलों के लिए फायदेमंद है. किसान भी रवि के फसल की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं. खाद का वितरण भी प्रशासन और पुलिस की देखरेख में किसानों को किया गया है. अब अक्टूबर माह से सरसों की बुवाई शुरू हो जाएगी.
नुकसान का जायजा लेंगे राज्यमंत्री
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने जिला कलेक्टर को लगातार दो दिन से हो रही बरसात से किसानों की खरीफ की फसल को हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी कराने के निर्देश दिए थे. राज्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रशासन हरकत में आया है और गिरदावरी शुरू करा दी है जिससे किसानों को नुकसान का कुछ मुआवजा मिल सके. आज राज्यमंत्री दो दिवसीय दौरे पर भरतपुर आ रहे हैं ताकि भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेकर जल्दी से किसानों को मुआवजा दिलवा सकें.
फायदा भी है बरसात का
राजस्थान में इस बार मानसून अच्छा रहा है. कई जिलों को बरसात से बाढ़ जैसे हालातों का सामना मरना पड़ा है लेकिन उस समय भरतपुर में बरसात औसत से भी कम हुई थी. किसानों को रबी की फसल की चिंता थी लेकिन विदाई लेते मानसून की बरसात ने एक तरफ जहां किसानों को दुखी किया है तो वहीं किसानों को बरसात से फायदा भी है. रबी की फसल की बुवाई का समय आ रहा है. किसानों का कहना है कि रबी की फसल के लिए यह बरसात सोना है. पूर्वी राजस्थान में 15 सितम्बर तक मानसून की विदाई का समय माना जाता है और इसबार मानसून ने विदाई के समय पूर्वी राजस्थान के भरतपुर जिले में सावन जैसी झड़ी लगा रखी है.
25 सितम्बर तक बरसात का अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा पूर्वी राजस्थान में 25 सितम्बर तक बरसात का अलर्ट जारी किया गया है. भरतपुरवासियों का कहना है कि मुंबई जैसा नजारा भरतपुर में देखने को मिल रहा है. पल में धूप और पल में बरसात देखने को मिल रही है. बरसात होने से तापमान में भारी गिरावट हुई है. दिन का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. लोगों को रात में पंखे चलाने पर ठंड का अहसास होने लगा है. रात को सोने से पहले ओढ़ने के लिए कुछ रखना पड़ता है क्योंकि रात में ठंड का अहसास होता है.