राजस्थान के भरतपुर जिले के मथुरा गेट थाना क्षेत्र के जघीना गेट पर देर रात हिस्ट्रीशीटर और वर्तमान में रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य कृपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि उसके शरीर में 7 गोलियां लगी हैं. गोली मारने वाले बदमाश 3 बाइक और 2 कारों में सवार थे. जब कृपाल सिंह अपने घर जा रहा था तो उसे रास्ते में बदमाशों ने घेरा और ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. कृपाल सिंह पर फायरिंग करने के बाद बदमाश फरार हो गए मौके पर मौजूद लोग कृपाल को अस्पताल लेकर पहुंचे. 


बताया जा रहा है कि कृपाल सर्किट हाउस में किसी काम से गया था और वह सर्किट हाउस से करीब 11 बजे अपने घर के लिए अपनी कार में सवार में होकर निकला था. लेकिन जैसे ही वह जघीना गेट पर पहुंचा तो उसे 3 बाइक और 2 गाड़ियों में सवार बदमाशों ने घेर लिया और उसकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. घटना में कृपाल गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल कृपाल को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने कृपाल को मृत घोषित कर दिया. कृपाल की मौत की सूचना पर उसके समर्थकों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया तथा डॉक्टरों के साथ हाथापाई भी कर दी जिस पर डॉक्टर अस्पताल छोड़ कर चले गए.


परिजन कृपाल को लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने कृपाल को मृत घोषित कर दिया. उसके बाद पुलिस ने कृपाल के शव को आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. कृपाल सिंह पर हमले की सुचना पर सांसद रंजीता कोली ,पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ,जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष सिंह मौके पर पहुंचे.


कृपाल की मौत की सूचना पर पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर में पुलिस जाप्ता तैनात किया गया तथा सुबह पोस्टमार्टम की कार्रवाई के समय अस्पताल में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया. अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए एएसपी अनिल मीणा, आईपीएस ब्रजेश ज्योति उपाध्याय, सीओ सतीश वर्मा, उपजिला कलेक्टर देवेंद्र परमार और भरतपुर  के कई थानों के थानाधिकारी सहित पुलिस जाप्ता मौजूद रहा. पुलिस द्वारा कृपाल के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस बल को गांव जघीना में भी लगाया गया जहां पुलिस की निगरानी में ही मृतक कृपाल के शव का अंतिम संस्कार कराया गया.


कृपाल के फुफेरे भाई की आत्मदाह की कोशिश 


भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भारी भीड़ और पुलिस बल के बीच मृतक कृपाल सिंह के फुफेरे भाई नदबई निवासी छुट्टन डॉन ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने आग लगाने से पहले ही उसे पकड़ लिया. छुट्टन डॉन कृपाल के हत्यारों को पकड़ने की मांग कर आत्मदाह रहा था.


इसे भी पढ़ें:


Rajasthan News: राजस्थान में रणभूमि श्रद्धांजलि की शुरुआत, 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ने वाले जवान हुए शामिल


Rajasthan Weekly Weather Forecast: राजस्थान में फिर होगी भारी बारिश, बिजली गिरने की भी आशंका, इन जिलों में अलर्ट हुआ जारी