Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर में नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाले 28 वर्षीय आरोपी को पॉक्सो कोर्ट ने सजा सुनाते हुए 20 वर्ष के कठोर कारावास और 50,000 रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है. जानकारी के अनुसार भरतपुर जिले के एक थाना क्षेत्र में 12 फरवरी 2019 को शाम को लगभग 7 बजे एक नाबालिग शौच के लिए खेतों की तरफ गई थी. रास्ते में उसे जीतेन्द्र उर्फ़ जीतू मिला जो नाबालिग को बहला फुसला कर खेत में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म करने लगा.


काफ़ी देर तक नाबालिग घर नहीं पहुंची तो नाबालिग के परिजन उसे ढूढ़ने के लिए खेतों की तरफ गये अंधेरा हो चुका था. परिजनों को एक खेत से नाबालिग की चिल्लाने की आवाज आई जिस पर परिजन वहां पहुंचे उन्होंने देखा जीतेन्द्र उर्फ़ जीतू नाबालिग से दुष्कर्म कर रहा था. परिजनों ने जीतेन्द्र को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी पुलिस के मौके पर पहुंचने पर जीतेन्द्र को पुलिस के हवाले कर दिया. 


परिजनों ने आरोपी को किया पुलिस के हवाले


परिजनों ने आरोपी को मौके पर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.  उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो कोर्ट में चालान पेश किया और आज पॉक्सो कोर्ट ने गवाहों को सुनते हुए एवं दस्तावेजों को पढ़ते हुए आरोपी जितेन्द्र को दोषी मानते हुए फैसला सुनाया जिसमें नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को 20 वर्ष के कठोर कारावास की सजा और 50,000 रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है. 


क्या कहना है लोक अभियोजक का


भरतपुर पॉक्सो कोर्ट संख्या 1 के लोक अभियोजक तरुण जैन ने बताया कि भरतपुर के एक पुलिस थाने में नाबालिग के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक 12 वर्षीय नाबालिग शाम को खेतों में शौच के लिए गई थी, तभी पड़ोसी ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया. जब नाबालिग घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उसकी तलाश के लिए खेतों की तरफ गए उसी दौरान बच्ची के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे थे, जहां आरोपी बच्ची के साथ दुष्कर्म करता हुआ मिला.


परिजनों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया और आज पॉक्सो कोर्ट ने गवाहों और सबूतों को मद्देनजर रखते हुए एवं डीएनए जांच रिपोर्ट को देखते हुए आरोपी को 20 वर्ष के कारावास और 50 हजार के अर्थदंड से दंडित  किया है.


ये भी पढ़ें: ABP C voter Survey: क्या राजस्थान में BJP को CM चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए? सर्वे में साफ हुआ जनता का रुख