Bharatpur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिरंजीवी योजना (Chiranjeevi Yojana) का बखान करते नहीं थकते हैं, लेकिन भरतपुर संभाग के सबसे बड़े आरबीएम अस्पताल में मरीजों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं. जिला आरबीएम अस्पताल में दूर-दूर से मरीज आते हैं और जब उन्हें अस्पताल में आकर पता चलता है कि मशीन खराब है और उन्हें आगे की तारीख दे दी जाती है. संभाग के सबसे बड़े अस्पताल का यह हाल है तो ग्रामीण क्षेत्र के कस्बों में क्या हाल होगा. 


जिला आरबीएम अस्पताल में कई दिन से डायलिसिस की तीन मशीन खराब हैं. लोगो को कई दिन पहले ही समय और डेट दी जाती है और जब अस्पताल द्वारा दिए गए समय पर मरीज अपनी डायलिसिस कराने अस्पताल पहुंचते हैं, तो उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है. यही हाल सोनोग्राफी मशीन का है. तीन दिन से सोनोग्राफी मशीन ख़राब है. मरीज प्राइवेट जांच केंद्र पर सोनोग्राफी कराने के लिए मजबूर हैं.


अस्पताल की डायलिसिस मशीन ख़राब
डायलिसिस कराने के लिए पेशंट को पहले ही अगली डेट दे दी जाती है और मिले समय के अनुसार जब मरीज अस्पताल पहुंचता है तो उसे लंबा इंतजार करना पड़ता है या फिर उसे बिना डायलिसिस के लौटना पड़ता है. जिला आरबीएम अस्पताल में डायलिसिस की 10 यूनिट हैं लेकिन इनमें से तीन यूनिट काम नहीं कर रहीं. इस वजह से डायलिसिस कराने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.


सोनोग्राफी मशीन भी खराब 
जिला आरबीएम अस्पताल की 3 दिन से सोनोग्राफी (अल्ट्रा साउंड) करने की मशीन ख़राब हो गई है. आरबीएम अस्पताल संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां पर हर रोज लगभग 1800 आउटडोर मरीज दिखाने के लिए आते हैं. डॉक्टर जांच में अल्ट्रासाउंड लिख देते हैं. लेकिन अस्पताल की मशीन खराब होने के कारण मरीजों को प्राइवेट सेंटर पर जाना पड़ता है, जहां उनकी जेब अच्छी तरह से कटती है. 


क्या कहना है मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का?
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष बंसल ने बताया है कि डायलिसिस की मशीन खराब है, जिसे एटीपीएल को सही करना है. ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा दी गई है. दोबार से आरएमआरसीएल जयपुर लिखेंगे और एक दो दिन में मशीनें सही होने की उम्मीद हैं. भरतपुर में कुल 10 डायलिसिस यूनिट लगी हैं. इनमें से 3 यूनिट खराब हैं, जिनकी कम्पलेंट की हुई है.


क्या कहना है हॉस्पिटल अधीक्षक का?
जिला आरबीएम अस्पताल की अधीक्षक डॉ. जिज्ञासा साहनी ने बताया है कि सोनोग्राफ़ी की नई  मशीन एक दो दिन में आ जाएगी. पहले से जो मशीन सोनोग्राफी का कार्य कर रही थी, उसमें  खराबी आ गई है. भरतपुर के इंजीनियर को बुला कर मशीन को दिखाया है, लेकिन खराबी उसकी पकड़ में नहीं आई है. जयपुर के इंजीनियर को कॉल कर दिया है, आजकल में वो भी आ जायेगा और हमारी नई मशीन भी आ जाएगी. मरीजों को कोई परेशानी नहीं होने दे रहे हैं.


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