Bharatpur Protest: भरतपुर में सैनी (Saini), माली (Mali), कुशवाहा (Kushwaha) और मौर्य (Maurya) समाज का 12 प्रतिशत आरक्षण (Reservation) की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी है. उन्होंने राष्ट्र्रीय राजमार्ग (National Highway) पर चक्का जाम जारी रखा है. वे आगे आंदोलन जारी रखेंगे या खत्म करेंगे इसको लेकर मंगलवार को फैसला किया जाएगा. दरअसल, 21 अप्रैल से चक्का जाम शुरू होने के बाद से आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, आंदोलन की अगुवाई कर रही समिति लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार मुलाकात कर रही है और अपनी मांगों को उठा रही है. 


 फुले आरक्षण संघर्ष समिति के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने ओबीसी आयोग के अध्यक्ष भंवरु खान के साथ बैठक की. भंवरू खान ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता सकारात्मक रही. इस बैठक में यह फैसला किया गया है कि ओबीसी आयोग के अध्यक्ष प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखेंगे. उन्हें सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य जाति की आर्थिक और सामाजिक स्थिति रिपोर्ट तैयार करने कहा जाएगा. उन्हें 10 दिन के भीतर स्थिति रिपोर्ट भेजना होगा. उसके बाद ओबीसी आयोग द्वारा सर्वे कराया जाएगा.

 

2 मई रात 12 बजे तक इंटरनेट रहेगा बैन

उधर, फुले आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य समाज द्वारा चल रहे आंदोलन स्थल पर पहुंचेंगे और समाज के लोगों के साथ बातचीत कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. फुले आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य जाति के लिए 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए 21 अप्रैल से चक्का जाम शुरू किया गया था.

 

आंदोलनकारी जयपुर-आगरा हाईवे पर बैठे हुए हैं. आंदोलन के चलते भरतपुर की तीन तहसीलों में वैर ,भुसावर और नदबई में बीते कई दिनों से इंटरनेट की 2G,3G,4G,5G,सेवा सस्पेंड कर दी गई है. इंटरनेट बंद करने की अवधि मंगलवार रात 12 बजे तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया है.