Dacoit Sadhna Patel Story: कहते प्यार में सब कुछ जायज है और प्यार इंसान को कहां से कहां ले जाता है जिसका अंदाज लगाना भी मुश्किल है. उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के भरतकूप चौकी क्षेत्र के बगैहा गांव के पास भड़हापुरवा के रहने वाले होरीलाल पटेल के बारे में बताया जाता है की होरी लाल के कई डकैतों के साथ सम्बन्ध थे. डकैतों का होरी लाल के घर आना जाना रहता था. होरी लाल के तीन बच्चे थे. तीन भाई बहनों में साधना सबसे बड़ी थी. उस समय चंबल के आसपास डकैतों का आतंक रहता था. डकैत आये दिन आसपास के गावों में घुस जाया करते थे और आतंक मचा कर लूटपाट करते थे. चंबल के बीहड़ में में पुरुष डकैतों के साथ कई दस्यु सुंदरी बनी जिन्होंने में चंबल के बीहड़ में राज किया. 


बचपन से घर में डाकुओं को देखा
साधना तेज तर्रार और खूबसूरत थी उसे अपनी खूबसूरती का घमंड भी था. बचपन से ही उसने घर के अंदर डकैतों को करीब से देखा था. डकैतों को करीब से आंखों से देखते हुए साधना जवान हुई और उसमें भी वही रौब और अकड़ देखने को मिलती थी, क्योंकि साधना ने बचपन से ही घर में ऐसा माहौल देखा था, जिसकी वजह से वो भी काफी सख्त स्वभाव की हो चुकी थी. अक्सर आस पड़ोस, स्कूल और गांव में उसके लड़ाई झगड़े के किस्से सामने आते थे, लेकिन कुछ समय बाद साधना के पिता होरीलाल की मृत्यु हो गई .  


पिता की मृत्यु के बाद साधना की मां ने उसकी 17 वर्ष की उम्र में शादी कर दी लेकिन कुछ समय बाद ही साधना अपने पति को छोड़ कर वापस अपने घर गांव में आ गई. गांव में रहते हुए उसे एक लड़के से प्यार हो गया और उसने उसके साथ शादी भी कर ली लेकिन साधना की दूसरी शादी भी ज्यादा दिन तक टिक नहीं सकीय और उसने दूसरे पति को भी छोड़ दिया था . 


दूसरे पति को छोड़ डाकू पर आया दिल 
बताया जाता है की दूसरे पति को छोड़ने के बाद साधना का दिल डाकू नवल धोबी पर आ गया. गांव में साधना और नवल के प्यार की चर्चा होने लगी. साधना पटेल नवल धोबी के साथ चंबल के जंगलों में रहने लगी. साधना खूबसूरत थी उसकी खूबसूरती के चर्चे चंबल के बीहड़ में होने लगे और साधना की सुरक्षा में कई डाकू लगे रहते थे. कुछ समय बाद नवल धोबी पुलिस एनकाउंटर में गिरफ्तार हो गया उसके बाद साधना पटेल ने नवल धोबी गैंग के दीपक शिवहरे नामक डाकू के साथ मिलकर गैंग की कमान संभाली.


जुर्म की दुनिया में कमा लिया था नाम
चंबल के बीहड़ में दीपक शिवहरे और साधना के प्यार के चर्चे होने लगे. साधना ने अब तक डकैतों के साथ रहकर हथियार चलाना और अन्य डकैती के गुर सीख लिए. साधना ने जुर्म की दुनिया में अपना बड़ा नाम कमा लिया था. चंबल के आसपास साधना का कहर बढ़ता गया और पुलिस ने साधना पर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बार्डर पर साधना का सिक्का चलता था. 


2019 में हुई गिरफ्तार
साधना ने मध्य प्रदेश के गांव में किडनैप किया जिससे पुलिस ने उस पर इनाम बढ़ाकर 30 हजार कर दिया. पुलिस साधना को गिरफ्तार करना चाहती थी 2019 के नवंबर के महीने में 315 बोर की रायफल और चार जिंदा कारतूस के साथ साधना पटेल को पुलिस ने जंगल में गिरफ्तार कर लिया.


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