Rajasthan News: भरतपुर के मथुरा गेट थाना क्षेत्र में तीन छात्र नेताओं का पानी की टंकी पर घंटों हाईवोल्टेज ड्रामा चला. छात्र नेता महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव बहाल कराने की मांग पर अड़े थे. छात्रों के पानी टंकी पर चढ़ने की सूचना से हड़कंप मच गया. मथुरा गेट के थाना अधिकारी करन सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे. उन्होंने टंकी पर चढ़े छात्रों को समझाने की कोशिश की. छात्र नेता पानी की टंकी से उतरने को राजी नहीं हुए.


छात्रों का कहना था कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में छात्रसंघ चुनाव कराने का वादा किया था. अब बीजेपी सरकार की मंशा छात्रसंघ चुनाव कराने की नजर नहीं आ रही है. उन्होंने छात्रसंघ चुनाव बहाल नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.


बता दें कि वर्ष 2023 में कांग्रेस सरकार ने छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगा दी थी. टंकी पर चढ़े छात्र नेता रजत पूनिया ने बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले छात्रसंघ चुनाव को अस्थगित कर दिया था. बीजेपी ने सरकार में आने के बाद छात्रसंघ चुनाव बहाल करने की घोषणा की थी. बीजेपी का मानना था कि छात्रसंघ चुनाव कराकर छात्र शक्ति को मजबूत किया जायेगा.




पानी की टंकी पर हाईवोल्टेज ड्रामा


अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार भी बन गई है. मुख्यमंत्री भी भरतपुर जिले के रहने वाले हैं. सरकार बनने के बाद बीजेपी युवाओं युवाओं को अब भूल चुकी है. छात्र नेता छात्रसंघ चुनाव के लिए ठोस आश्वासन की मांग कर रहे थे. छात्र नेता राहुल उबार ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होती है. कांग्रेस ने छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने का परिणाम देख लिया है. राजस्थान में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गयी है. राहुल उबार ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव बहाल नहीं करने पर अब बीजेपी को नतीजा भुगतना पड़ेगा.




छात्रसंघ चुनाव बहाल कराने की मांग


पानी टंकी पर चढ़े छात्र नेताओं का हाई वोल्टेज ड्रामा देर तक चलता रहा. तहसीलदार ने भी मौके पर पहुंचकर छात्र नेताओं को समझाइश दी. आश्वासन मिलने के बाद छात्रों को पानी टंकी से नीचे उतारा गया. पानी की टंकी पर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विकेश फौजदार, छात्र नेता राहुल उबार, विष्णु पहुंच गए. प्रशासन ने छात्रों से लिखित में मांग संबंधित आवेदन देने को कहा. लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद छात्रों को पानी की टंकी से नीचे उतारा गया.


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