Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर संभाग के सीकरी पहाड़ी मार्ग पर एक निर्माणाधीन मदरसे का लेंटर गिरने से बड़ा हादसा हो गया. 10 मजदूर इस हादसे का शिकार हो गए जिसमें से एक की मौत हो गई और 9 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना के सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन तुरन्त मौके पर पहुंचा और राहत और बचाव का कार्य शुरू किया. 4 मजदूरों की गंभीर हालत के चलते उन्हें अलवर के रेफर किया गया है. 


बरसात होने से धंसा लेटर
आपको बता दें कि भरतपुर के सीकरी पहाड़ी मार्ग पर एक मदरसे का निर्माण कार्य चल रहा था. मदरसे पर 120 फ़ीट लंबे और 30 फ़ीट चौड़े परिसर पर लेंटर डाला जा रहा था. अचानक तेज बरसात शुरू हो गई बीच में एक घंटे के लिए लेंटर डालने के काम को रोक दिया गया था लेकिन बरसात बंद होने के बाद फिर लेंटर का काम शुरू किया गया. बुधवार देर शाम को लगभग 3 फ़ीट का लेंटर डलना बाकि रह गया था और कुछ ही मजदूर काम कर रहे थे बाकि के मजदूर काम बंद कर अपने हाथ मुहं धोने के लिए चले गए थे. तभी अचानक लेंटर के लिए लगाई गई बल्लियां जमीन में में धंस गई और लेंटर भरभरा कर गिर पड़ा. जिसमे कई मजदूर दब गए. तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया और लेंटर के नीचे दबे मजदूरों को निकाला गया. 


एक मजदूर की हुई मौत 
लेंटर गिरने से उसके नीचे लगभग 10 मजदूर दब गए थे. लेंटर गिरने की सूचना पर प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. लेंटर के नीचे दबने से झांझर निवासी 20 वर्षीय वीर सिंह जाटव की मौत हो गई और 9 मजदूर घायल हो गए. जिनमे से 4 मजदूर ताजपुर के रहने वाले है अजरु ,कासिम और सीकरी की रहने वाली रीतू और गोपालगढ़ निवासी धर्म सिंह को गंभीर हालत होने पर अलवर रेफर किया गया है. इरफ़ान, जमशेद, रमन, भागसिंह और कन्हैया को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. 


बिजली गिरने से दो की हुई मौत 
धौलपुर जिले के बसेड़ी थाना क्षेत्र के गांव शापुरा में आकाशीय बिजली गिरने से अंकुश शर्मा की  मौत हो गई और राहुल, रोहित, और मोहित झुलस गए. वहीं धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र के फूंसपुरा गांव में खेत पर शौच करने गए युवक गजेंद्र सिंह की भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई. 


पिछले 2-3 आंधी और बारिश का दौर जारी
गौरतलब है कि संभाग में बीते दो-तीन दिन से आंधी और बरसात का दौर जारी है. आंधी और बरसात से बिजली विभाग को काफी नुकसान हुआ है. प्रदेश के कई जिलों में आंधी और तूफान से  बिजली के कई पोल गिर गई है तथा ट्रांसफार्मर भी खराब हुए हैं. बरसात होने से प्रदेश के कई जिलों का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो गया है. मौसम का मिजाज बदलने से मौसम सुहाना हो गया है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है. 


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