Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले के सेंट्रल जेल सेवर के पास स्थित महिला बंदी सुधार गृह केंद्रीय कारागृह में भी महिला बंदियों ने अपने पतियों की सुरक्षा और लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है. महिला बंदी सुधार गृह प्रशासन की तरफ से 22 महिला बंदियों को करवा चौथ का व्रत रखने के लिए नामांकित किया गया. 


केंद्रीय जेल सेवर के अधीक्षक, परमजीत सिंह संधू ने बताया कि 12 सजायाफ्ता, 41 विचाराधीन और 53 खुली जेल में 86 महिला बंदी हैं. 5 महिला बंदी आजीवन कारावास की सजा काट रही हैं, जो हत्या के मामले में दोषी हैं और 10 महिलाएं विचाराधीन बंदी  हैं जो करवा चौथ का व्रत रख रही हैं. जेल प्रशासन द्वारा महिला बंदियों को हाथों में मेहंदी लगाने से लेकर व्रत के दौरान पूजा-अर्चना का सारा सामान मुहैया कराई गई है. महिला बंदी बिना खाना खाए और पानी पीए व्रत रखती हैं. रात में चंद्रमा निकलने पर उसे देखने के बाद ही भोजन और पानी ग्रहण करती हैं.  


 क्या कहना है जेलर का ?


महिला बंदी सुधार गृह में महिला जेलर विनीता सक्सेना ने बताया कि करवा चौथ की प्रार्थना की तैयारी के लिए महिला बंदियों के हाथों पर मेहंदी लगाने और मेकअप करने में उनका समर्थन किया. जेलर ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें मिठाइयां भेजी थीं.


नैना देवी जो हत्या के आरोप में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 103 के तहत जेल में हैं. वह अपने पति मच्छू राम के लिए व्रत रखती हैं. इसी तरह बाबू देवी जिन्हें धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत दोषी ठहराया गया था. वह अपने पति रमन लाल के लिए व्रत रखती हैं. 15 महिला कैदियों को उपवास के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन सात अन्य ने भी उपवास रखने के लिए नामांकन के लिए प्रशासन से संपर्क किया था. अब कुल 22 महिलाएं महिला बंदी सुधार गृह में करवा चौथ का व्रत रख रही है. 


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