भरतपुर में उपचुनाव स्थगित होने पर संजना जाटव ने साधा निशाना, 'BJP को सता रहा हार का डर'
Bharatpur News: भरतपुर में उपचुनाव स्थगित करने पर सियासत गर्म हो गयी है. नवनिर्वाचित सांसद संजना जाटव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हार के डर से चुनाव स्थगित किया गया है.
Rajasthan News: भरतपुर में जिला प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य के उपचुनाव को निरस्त करने की कांग्रेस सांसद संजना जाटव ने निंदा की है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हार के डर से चुनाव को स्थगित किया गया है. संजना जाटव ने कहा कि अधिसूचना जारी होने के बाद चुनाव निरस्त करना लोकतंत्र की हत्या है.
दरअसल, उपचुनाव को राज्य चुनाव आयोग ने निरस्त करने की वजह को मतदाता सूची का अपडेट नहीं होना बताया है. ऐसे में मतदाता सूची अपडेट किये बिना उपचुनाव की तारीख के एलान पर सवाल उठ रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने 29 मई तक मतदाता सूची को अपडेट करने का समय तय किया था.
14 जून को उपचुनाव की अधिसूचना जारी करने के साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. संजना जाटव ने अधिसूचना जारी होने के बाद चुनाव स्थगित करने को लोकतंत्र की हत्या बताया है. उन्होंने चुनाव जल्द से जल्द कराने की मांग की है. गौरतलब है कि जिला प्रमुख का पद लगभग 6 माह से खाली चल रहा है. संजना जाटव का कहना है कि जिला प्रमुख पद के चुनाव में हार को देखकर बीजेपी बौखला गयी है.
प्रेस कांफ्रेंस में संजना जाटव का सनसनीखेज खुलासा
प्रेस कांफ्रेंस में संजना जाटव ने सनसनीखेज खुलासा किया. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के 9 जिला परिषद सदस्य कांग्रेस के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर से बीजेपी लोकसभा का चुनाव हार गई. अब जिला प्रमुख के उपचुनाव में हार का डर सता रहा है. उन्होंने दावा किया कि जिला प्रमुख कांग्रेस का बनना तय है. इसलिए उपचुनाव को सरकार ने स्थगित करने का फैसला लिया है. भरतपुर में जिला परिषद के 37 वार्ड हैं. 37 वार्डों में से बीजेपी के 16, कांग्रेस के 14, बसपा के दो और निर्दलीय 4 सदस्य निर्वाचित हुए थे.
जिला प्रमुख जगत सिंह ने नदबई से विधानसभा का चुनाव जीत लिया था. विधायक बनने के बाद वार्ड संख्या आठ और जिला प्रमुख का पद खाली हो गया था. राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से पंचायती राज संस्थाओं में 31 दिसंबर 2023 तक रिक्त हुए जिला प्रमुख, प्रधान, उप प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और पंच के पदों पर चुनाव कराने का आदेश जारी किया गया था.
जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए 14 जून से चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई थी. 30 जून को जिला परिषद सदस्य एवं पंचायत समिति सदस्यों का मतदान प्रस्तावित था. लेकिन चुनाव आयोग ने जिला प्रमुख, पंचायत समिति सदस्यों के उपचुनाव को स्थगित कर दिया.
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