Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले में 30 जून को होने वाले जिला प्रमुख जिला, परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों के उप चुनाव को राज्य निर्वाचन आयोग ने अचानक स्थगित कर दिया है. पंचायती राज चुनाव के स्थगित होने से कांग्रेस खेमे में एकदम से खलबली मच गई है. कांग्रेस के जिला प्रमुख के एक दावेदार ने जिला परिषद सदस्यों की बाड़ेबंदी भी कर ली थी. कांग्रेस पार्टी ने जिला परिषद के वार्ड संख्या 8 से नेहा फौजदार को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था.
बताया जा रहा है कि नेहा फौजदार आज अपना नामांकन दाखिल करने वाली थी. वहीं बीजेपी ने अभी कोई तैयारी नहीं की थी. दरअसल 20 तारीख को नामांकन दाखिल करने की अंतिम डेट थी, लेकिन उससे पहले अचानक राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव स्थगित कर दिया. पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि "आगामी पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य और जिला प्रमुख के उपचुनाव को स्थगित करने का फैसला सरासर गलत है."
उन्होंने आगे कहा कि "बीजेपी की ओर से किए गए इस फैसले की मैं घोर निंदा करता हूं. बीजेपी भरतपुर में इन चुनाव में बुरी तरह से हार रही है और इसी बौखलाहट से बीजेपी सरकार ने चुनाव को स्थगित करने का फैसला किया है." मुख्यमंत्री के गृह जिला भरतपुर की लोकसभा सीट पर चुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए जिला प्रमुख का चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.
खाली सीट पर होना था चुनाव
कांग्रेस के पक्ष में जिला परिषद सदस्यों की बाड़ेबंदी को देखकर बीजेपी अब नया दांव खेल सकती है. वहीं भरतपुर जिले में जिला परिषद के 37 वार्ड हैं. 37 वार्डों में से बीजेपी के 16 कांग्रेस के 14 बसपा के दो और निर्दलीय 4 सदस्य निर्वाचित हुए थे. एक सदस्य जिला प्रमुख जगत सिंह के नदबई से विधायक बनने के बाद जिला परिषद वार्ड संख्या आठ और जिला प्रमुख का पद खाली हुआ था.
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से राज्य की पंचायती राज संस्थाओं में 31 दिसंबर 2023 तक रिक्त हुए जिला प्रमुख, प्रधान, उप प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और पंच के पदों पर चुनाव कराने का आदेश जारी किया था. जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों की चुनाव के लिए 14 जून से चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई थी. जबकि 30 जून को जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों का मतदान प्रस्तावित था, लेकिन चुनाव आयोग ने भरतपुर के जिला प्रमुख पंचायत समिति सदस्यों के उप चुनाव को स्थगित कर दिया है.
कांग्रेस ने की निंदा
कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह सूपा ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के इस फैसले की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश सिंह सूपा ने कड़े शब्दों में निंदा की है. वहीं जिला संगठन के महासचिव योगेश सिंघल ने कहा कि "मुख्यमंत्री के गृह जिले भारतपुर की लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार हुई है. ग्रामीण क्षेत्र में बसने वाले लोग बीजेपी के छह महीने के कार्यकाल से दुखी हैं.
इस बार ग्रामीण क्षेत्र की जनता उपचुनाव में पूरी तरह बीजेपी के खिलाफ होकर कांग्रेस के पक्ष में वोट देने का मन बना लिया है. बीजेपी की हार को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने बीजेपी सरकार के दवाब में आकर निर्वाचन नामावलियों में अद्यतन नहीं हो पाने का बहाना बनाया है."