Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में कुछ महीनों के बाद ही विधानसभा का चुनाव होना है लेकिन पार्टियों की आपसी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. दोनों ही प्रमुख दलों कांग्रेस और बीजेपी के आलाकमान को गुटबाजी ख़त्म करने का रास्ता नहीं मिल रहा है. कांग्रेस पार्टी में सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के समर्थक दो गुटों में बंटे हुए है. आज सचिन पायलट के पिता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश पायलट (Sachin Pilot) की पुण्यतिथि है लेकिन उससे जुड़े कार्यक्रम में गिने-चुने कार्यकर्ता ही पहुंचे. पुण्यतिथि कार्यक्रम में भरतपुर जिले का कोई भी विधायक या मंत्री नहीं पहुंचा है. 

 

भारतीय जनता पार्टी का भी यही हाल है. भरतपुर जिले में बीजेपी कई गुट में बंटी हुई है. पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए 18 जून को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भरतपुर में लोकसभा क्षेत्र आ रहे हैं. इस कार्यक्रम में भीड़ एकजुट करने के लिए भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली ने बीते शाम पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक ली. लेकिन इसी दौरान पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. उन्होंने रंजीता कोली पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'मैडम आपने लोकसभा क्षेत्र में जनता के लिए कोई काम नहीं किया है इसलिए लोग कार्यक्रम में क्यों आएं.'

 

सम्मेलन के स्थान को लेकर हुआ विवाद 

बीजेपी लोकसभा सम्मेलन कराने के लिए स्थान को लेकर बैठक में विवाद हो गया. बताया गया है कि सांसद लोकसभा सम्मेलन को नदबई विधानसभा में कराना चाहती थीं और कुछ मंडल अध्यक्षों का कहना था कि लोकसभा सम्मेलन जिला मुख्यालय पर होना चाहिए. बैठक में कुछ मंडल अध्यक्षों ने आरोप लगाया कि नदबई में जो खेल संयोजक बनाया गया है. वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता नहीं हैं. इस बात को लेकर मंडल अध्यक्षों के बीच तू-तू, मैं-मैं होने लगी. और बात गाली-गलौज तक पहुंच गई.

 

बीजेपी की गुटबाजी से कार्यक्रम नहीं हो पाया तय

भरतपुर लोकसभा सम्मेलन 18 जून को होना प्रस्तावित है. सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल अतिथि रहेंगे. सम्मेलन की तैयारियों को लेकर की गई बैठक में हंगामा होने के कारण अभी कार्यक्रम भी तय नहीं हो पाया है. लोकसभा सम्मेलन की तैयारी बैठक में जिला अध्यक्ष ऋषि बंसल और बीजेपी के कई पदाधिकारी भी नदारद रहे. 

 

ये भी पढ़ें-