Bhilwara Crime News: भीलवाड़ा (Bhilwara) में 14 साल की नाबालिग को कोयला भट्टी में जला दिया गया. आशंका जताई जा रही है कि इससे पहले उसके साथ गैंगरेप भी हुआ था. मामला जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव का है. ये घटना बुधवार रात 10 बजे की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में भी लिया गया है. वहीं भीलवाड़ा के इस केस ने एक बार फिर से दिल्ली के 'तंदूर कांड' की याद दिला दी.
भीलवाड़ा में एक धधकती हुई कोयला भट्टी में 14 वर्षीय बेटी के हाथ के कड़े और अवशेष देखकर मां की चीख चीत्कार फूट पड़ी. वहीं नाबालिग के बड़े भाई ने बताया कि बुधवार सुबह आठ बजे उसकी छोटी बहन बकरियां लेकर घर से निकली थी. शाम को करीब तीन बजे वो बकरियां घर लौट आईं, लेकिन बहन घर नहीं आई. उसके बाद परिवार के लोगों ने उसे ढूंढना शुरू किया. उसे गांव में सभी रिश्तेदारों के घर और खेत में ढूंढा, पर वह नहीं मिली.
भट्टी में मिले हड्डी के टुकड़े
उसने बताया कि इसके बाद रात करीब आठ बजे परिवार के लोगों और ग्रामीणों ने नाबालिग को फिर से ढूंढना शुरू किया. इसी दौरान करीब 10 बजे गांव के बाहर कालबेलियों के डेरे में कोयला बनाने की एक भट्टी जल रही थी. बारिश के समय यह भट्टी नहीं जलाई जाती है. शक होने के बाद भट्टी के पास जाकर देखा गया. वहां बहन के जूते मिले. साथ ही आग में बहन का पहना हुआ चांदी का कड़ा और हड्डी के टुकड़े भी मिले. ग्रामीणों ने रात में ही कुछ कालबेलिया लोगों को पकड़ लिया.
इस घटना के सामने आने के बाद बीज निगम राज्य मंत्री धीरज गुर्जर, राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, जिलाध्यक्ष शंकरलाल गुर्जर, गुलाबपुरा पूर्व चेयरमैन धनराज गुर्जर, बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा और भीलवाड़ा नगर परिषद सभापति सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे गए थे, लेकिन परिजनों और ग्रामिणों ने पुलिस को मौके से नाबालिग की बॉडी अवशेष उठाने से मना कर दिया और मौके पर जिला कलेक्टर और एसपी को बुलाने की मांग की गई.
एसपी बोले- जल्द होगा मामले का खुलासा
वहीं क्लेक्टर आशीष मोदी और जिला पुलिस अधिक्षक आदर्श सिद्धू मौके पर आए. इसी दौरान अजमेर रेंज आईजी भी मोके पर आ गईं उन्होंने मौके का निरीक्षण किया. एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि एक बच्ची का मर्डर कर जलाया गया है. जांच में चार लोगों का नाम सामने आया था, उनमें से तीन को हिरासत कर लिया है. रेप की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है, लेकिन इसकी जांच की जा रही है. जल्द ही इस मामले की हर कड़ी का खुलासा कर दिया जाएगा.
क्या था दिल्ली का 'तंदूर कांड' ?
बता दें साल 1995 दिल्ली में रहने वाले सुशील शर्मा ने अपनी पत्नी नैना साहनी की अवैध संबंध के शक में हत्या कर दी थी. सुशील को अपनी पत्नी पर शक था और इसलिए ही उसने नैना साहनी की गोली मार दी थी. इतना ही नहीं उसने सबूत मिटाने के लिए नैना साहनी के अंगो को तंदूर में जला दिया था.
भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट