Bhilwara: भीलवाड़ा के इंजीनियर ने बनाई ऐसी इलेक्ट्रिक बाइक, फीचर्स जानकर आप भी करेंगे तारीफ
इलेक्ट्रिक बाइक की खास बात है बैटरी डिस्चार्ज होने पर साइकिल के रूप में काम आना. ई-साइकिल को पैडल मारकर भी चलाया जा सकता है. साइकिल काफी कंफर्ट है, आम लोगों के लिए अफोर्डेबल है और लुक बुलेट जैसा है.
Bhilwara News: देश में लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने पर लोग वाहनों का दूसरा विकल्प तलाश रहे हैं. सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की तैयारी कर चुकी है. इसी बीच राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में रहने वाले इंजीनियर विरेंद्र कुमार प्रजापत ने एक इलेक्ट्रिक बाइक तैयार की है. ऐसा नहीं कि बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन नहीं हैं, लेकिन इंजीनियर युवक की बनाई बाइक कुछ खासियत रखती है. इलेक्ट्रिक बाइक की खास बात है बैटरी डिस्चार्ज होने पर साइकिल के रूप में इस्तेमाल भी हो सकती है.
साइकिल के रूप में चलने से स्वास्थ्य बहाल रहेगा और प्रदूषण भी नहीं होगा. बाइक की तरह चलने और दिखनेवाले वाहन को आप ई-साइकिल कह सकते हैं. इलेक्ट्रिक बाइक या ई-साइकिल 10 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से चलती है. 15 से 50 की उम्र के लोग आसानी से चला सकते हैं. शहर में ऑफिस, मॉर्निंग वॉक या बाजार ले जाने पर काफी किफायती रहेगी.
कोरोना काल में छूट गई थी नौकरी
इंजीनियर विरेंद्र कुमार प्रजापत कोरोना काल से पहले जयपुर की राजपूताना कस्टम कंपनी में काम करते था. कोरोना काल में लॉकडाउन लगने पर नौकरी चली गई. कई महीनों तक घर पर ही बेरोजगार बैठे रहे. बेरोजगार बैठने के बजाए कुछ करने का धुन सवार हुआ. उन्होंने कंपनी में रहकर बाइक बनाने के हुनर को आगे बढ़ाने की सोची. इसके बाद घर पर ही तीन महीने पहले साइकिल बनाने का काम शुरू किया. साइकिल बनाने के बाद बैठकर आसपास जाना शुरू किया. साइकिल के डिजाइन को लोगों ने पसंद किया. कुछ पार्ट्स स्थानीय स्तर पर, कुछ दिल्ली से तो कुछ देश के बाहर से भी मंगवाए.
इंजीनियर ने बनाई अनूठी साइकिल
36 वोल्ट की बैटरी के डिस्चार्ज होने पर ई-साइकिल को पैडल मारकर भी चलाया जा सकता है. बुलेट बाइक जैसी सीट भी बनाई गई है. एक तरीके से साइकिल बाइक जैसी फीलिंग देती है. ई-साइकिल में एक कंट्रोलर लगा हुआ है. 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली साइकिल की स्पीड को कम और ज्यादा किया जा सकता है. बैटरी को चार्ज करने में 2 घंटे का समय लगेगा. लिथियम की एक बैटरी के साथ 350 वाट की हब मोटर लगी है. साइकिल का वजन 25 किलो का है और लगभग 150 किलो के भार को लेकर चल सकती है.
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दावा है कि एक बार चार्ज करने पर 30 किलोमीटर तक आप चला सकते हैं. विरेंद्र की बनाई साइकिल लोगों को पसंद आई है. ऑर्डर मिलने पर 4 साइकिल बना चुके हैं. अभी एक महीने में 20 आर्डर मिले हैं. ऑर्डर को पूरा करने तैयारी शुरू हो गई है. विरेंद्र की बनाई साइकिल अनूठी है. उन्होंने बताया कि बनाने पर लागत करीब 40 हजार रुपए की आई है और बिक्री भी 40 हजार में कर रहे हैं. साइकिल काफी कंफर्ट है, आम लोगों के लिए अफोर्डेबल है और लुक बुलेट जैसा है.