Bhilwara News: राजस्थान के भीलवाड़ा में कोटड़ी भट्टी कांड में आज कोर्ट ने इंसाफ दे दिया है. कोटड़ी भट्टी कांड के 9 महीने बाद कोर्ट ने दरिंदों को फांसी की सजा सुनाई गई है. सोमवार (20 मई) को भीलवाड़ा की POCSO कोर्ट ने कालू और कान्हा को दोषी मानते हुए को फांसी की सजा दी है. बता दें, पुलिस ने इस केस में 9 लोगों को आरोपी बनाया था. सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने कालू और कान्हा को दोषी करार देते हुए बाकियों को बरी कर दिया था. 


क्या था कोटड़ा भट्टी कांड?
साल 2023 के अगस्त में भीलवाड़ा में एक दिल दहलाने वारदात को अंजाम दिया गया था. 2 अगस्त 2023 को एक बच्ची खेत में बकरियां चराने गई थी. वहां टपरिया बनाकर रहने वाले दो लड़कों (कालू और कान्हा) ने बच्ची का गैंगरेप किया. उसके बाद बच्ची को कोयले की भट्टी में डाल कर जिंदा जला दिया गया. बच्ची की तलाश की जाने लगी तो पुलिस को कोयले की भट्टी में से उसका जला हुआ शव मिला था.


इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा चला था. कोर्ट में काफी समय तक सुनवाई चली, जिसके बाद 9 लोगों को बरी कर दिया गया और कालू और कान्हा को मुख्य दोषी पाया गया. इसके बाद आज 20 मई 2024 को मामले में फैसला सुनाया गया है.






कोर्ट के फैसले पर आई अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया
राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत ने पॉक्सो कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "अगस्त 2023 में भीलवाड़ा के कोटड़ी में बालिका से दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में अदालत से दोषियों को मृत्युदंड की सजा का फैसला स्वागतयोग्य है. उस समय हमारी सरकार ने इस घटना के आरोपियों पर कार्रवाई करते इनकी त्वरित गिरफ्तारी की थी."


अशोक गहलोत ने आगे कहा, "उस समय एडीजी क्राइम को घटनास्थल पर भेजा गया एवं केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस केस को लिया गया. करीब एक महीने में ही इस केस की चार्जशीट दायर कर दी गई थी. आज करीब 10 महीने के अंदर ही इन दोषियों को सजा सुनाई गई है."





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