Rajsathan News: सोशल मीडिया पर रील और सेल्फी शेयर करने का जुनून युवाओं के सिर पर इतना चढ़कर बोलने लगा है कि वो अपनी जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ करने से नहीं चूकता हैं. ऐसा ही वाकया देखने को मिला राजस्थान में भीलवाड़ा-चित्तौड़गढ़-कोटा नेशनल हाइवे पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मेनाल में, जहां पर सेल्फी लेने और रील बनाने के लिए दो युवाओं ने पानी के तेज बहाव के बीच पहुंच कर अपनी जिंदगी को खतरे में डाल दिया और तेज बहाव के साथ बहने लगे.


लाइफ लाइन पर लगी लोहे की जंजीरों से अपने आप को जकड़े तो रखा लेकिन एक युवक तेज बहाव से बहते हुए झरने से 150 फीट नीचे गिर गया. युवक दोस्त के साथ पिकनिक मनाने मेनाल आया था. लोगों ने और दोस्त ने भी उसे बचाने का प्रयास किया. बहाव तेज होने से हाथ से जंजीर छूटते ही वह झरने के साथ नीचे गिर गया. 


घटना का वीडियो आया सामने
भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ जिले से निकल रहे कोटा नेशनल हाइवे पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मेनाल झरने पर सोमवार दोपहर करीब 12 बजे हुई. घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है भीलवाड़ा के भवानी नगर निवासी कन्हैया लाल बैरवा (26) शास्त्री नगर निवासी अपने 17 साल के दोस्त अक्षित धोबी के साथ बाइक से मेनाल पिकनिक मनाने पहुंचा था. दोनों चट्टानों पर पानी में नहा रहे थे दोनों दोस्त चट्टानों पर नहाते समय सेल्फी लेने और रील बनाने के लिए कन्हैया लाल तेज बहाव के बीच चला गया, जहां उसका पैर फिसल गया.


पानी में बहते हुए उसने सुरक्षा जंजीर को पकड़ लिया। दोस्त अक्षित और स्थानीय गोताखोरों ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन बहाव तेज होने के कारण कन्हैया के हाथ से लाइफ लाइन जंजीर छूट गई और वह तेज बहाव में बहता हुआ 150 फिट की ऊंचाई से नीचे गिर रहे झरने में गिर गया. एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम उसकी तलाश कर रही है. वहीं, अक्षत को बहने से बचा लिया गया था. घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची.


सुरक्षा के लिए लगा रखी है लोहे की जंजीर
चित्तौड़गढ़ जिले के बेंगू उपखंड के तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी ने बताया की पर्यटक स्थल और पिकनिक स्पॉट मेनाल में सुरक्षा के लिए बेरिकेटिंग के लिए लोहे की जंजीर लगाई है. सुरक्षा के लिए स्लोगन लिखवा रखे हैं. किसी भी हादसे से बचने के लिए प्रशासन ने गोताखोरों की टीम लगा रखी है. पुलिस की तैनाती की गई. इसके बावजूद लोग नजरों से बचकर डेंजर पॉइंट पर पहुंच जाते हैं.


हादसे के दौरान स्थानीय गोताखोरों ने युवक को बचाने का काफी प्रयास किया, पानी का तेज बहाव होने से जंजीर से उसके हाथ छूट गए.


रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
एएसआई मल्टी टास्किंग मेनाल के इंचार्ज मुकेश पारीक ने बताया- झरने में गिरे युवक का पता नहीं चला है. उसकी तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. टीम के सदस्य झरने में नीचे उतरे हैं. 


पानी का बहाव तेज होने से कन्हैया लाल नहीं मिला है. कन्हैया लाल बैरवा मजदूर था और उसके परिवार में माता-पिता, भाई और पत्नी हैं. फिलहाल, युवक के परिजनों को सूचित कर दिया है.


एक दिन पहले भी हादसा होते टला था
पिकनिक स्पॉट और पर्यटक स्थल मेनाल झरने में पिकनिक मनाने और उसमे नहाने के लिए आज पास के क्षेत्र के साथ कोटा बूंदी चित्तौड़ और भीलवाड़ा जिले के सेलानियों का जमावड़ा लगा हुआ रहता है. इस घटना से एक दिन पहले भी चार सैलानी सेल्फी और रील बनाने के चक्कर में फिसल कर गिर गए थे, जिन्हें बैरिकेडिंग और लाइफ लाइन जंजीरों के चलते अन्य लोगों के सहयोग और एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा बचा लिया गया था.


प्रशासन ने की अपील
मेनाल झरने में हो रहे हादसों के मद्देनजर जिला चित्तौड़गढ़ कलेक्टर द्वारा एक एडवाइजरी जारी कर आने वाले पर्यटकों और पिकनिक मनाने वाले सैलानियों से अपील की है कि तेज बहाव के बीच नहीं जाएं. साथ ही डेंजर जोन के लिए लगे प्रदर्शन बोर्ड की पालना करते हुए अपने सुरक्षित जीवन को बनाए रखने के साथ सावधान रहें. 


प्रशासनिक स्तर पर मौके पर उच्च अधिकारियों और एसडीआरएफ टीम को तैनात किया गया है. बैरिकेडिंग की गई है. लाइफ लाइन के लिए जंजीरें बांधी गई हैं. माइक द्वारा लोगो को दूर रहने के लिए अनाउंस भी किया जाता है. 


भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट


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