Rajasthan News: राजस्थान में मन्नत पूरी होने पर 15 किलोमीटर पैदल चलकर ग्रामीणों और छात्रों ने भगवान का आभार जताया. मामला भीलवाड़ा लोकसभा अंतर्गत शाहपुरा जिले के सोला का खेड़ा गांव का है. ग्रामीणों ने बच्चों की पढ़ाई के लिए चारभुजा नाथ मंदिर में फरियाद की थी.


8 साल पहले राजकीय प्राथमिक विद्यालय मर्ज होने के बाद बंद हो गया था. बच्चे करीब चार किलोमीटर दूर पढ़ाई के लिए जाने पर मजबूर थे. गांव से दूर होने के कारण कई बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया था.


अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही थी. परेशान परिजनों और ग्रामीणों ने समस्या का समाधान करने के लिए सामूहिक बैठक बुलाई. बैठक में अधिकारियों के पास न जाकर राम दरबार से फरियाद करने का फैसला हुआ. कोटड़ी के प्रसिद्ध चारभुजा नाथ मंदिर पहुंचकर उन्होंने स्कूल खुलवाने की मन्नत मांगी.


शुक्रवार को राज्य सरकार ने सोला गांव में बंद स्कूल को फिर से चालू करने का आदेश दे दिया. दोबारा स्कूल खुलने की खबर सुनकर ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई.


15 किलोमीटर पैदल चलकर ग्रामीणों ने भगवान का जताया आभार 


ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में इकट्ठा होकर सरस्वती माता की पूजा-अर्चना की और मंगल गीत गाए. फिर ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुन पर नाचते-गाते 15 किलोमीटर दूर चारभुजा नाथ मंदिर के लिए निकल पड़े. मंदिर पहुंचकर उन्होंने भगवान चारभुजा नाथ के चरणों में माथा टेका और मन्नत पूरी करने के लिए धन्यवाद और आभार व्यक्त किया. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक धीरज गुर्जर ने कहा कि बीजेपी की सरकार में राजस्थान के अंदर स्कूल मर्ज करने का आदेश जारी हुआ.


उसी कड़ी में सोला का खेड़ा के अंदर भी स्कूल को मर्ज कर दिया गया था. पिछली बार गांव वालों ने स्कूल खोलने की मांग की थी. धीरज गुर्जर ने कहा कि गांववालों ने उपवास कर भगवान के चरणों में शीश नवाये.  


रिपोर्ट- सुरेंद्र सागर


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