Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले में बरसात के बाद घरों के आसपास भरे पानी में मच्छर पनपने के साथ ही डेंगू (dengue), मलेरिया (malaria) एवं स्क्रब टाइफस आदि मौसमी बीमारियां पनप रही है. ऐसे में मौसमी बीमारियों से बचाव व रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. जिले में मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने लिए चिकित्सा विभाग ने अभियान शुरू किया है. स्वास्थ्य महकमा जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में एन्टीलार्वल गतिविधियों का संपादन कर रहा है. अभियान के तहत घर-घर जाकर सर्वे का काम तीन सितंबर तक जारी रहेगा.
6859 घरों में मिला लार्वा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मुस्ताक खान ने बताया कि जिले में डेंगू, मलेरिया व अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव को लेकर मेडिकल विभाग के हेल्थवर्कर्स सर्वे और सुरक्षा कार्य में जुटे हैं. घर-घर जाकर एन्टीलार्वल एक्टिविटी कर रहे हैं. मेडिकल विभाग की 844 टीमें जिले हर घर जाकर मरीजों की स्क्रीनिंग कर रही है. नर्सिंग स्टूडेंट्स, एएनएम व आशाओं की टीम ने जिले में अब तक तीन लाख 28 हजार 535 घरों का सर्वे किया है. इस दौरान 6859 घरों में लार्वा मिला. 101796 पात्रों को खाली कर मौके पर ही निस्तारण किया. सर्वे के दौरान 1291 बुखार के रोगियों का पता लगने पर ब्लड स्लाईड लेकर उपचार उपलब्ध करवाया गया.
भीलवाड़ा शहर में 200 टीमें सक्रिय
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर घनश्याम चावला ने बताया कि भीलवाड़ा जिले के शहरी क्षेत्र में विशेष अभियान के तहत 200 टीमें बनाकर 61982 घरों का सर्वे किया. इसमें 5931 घरों में लार्वा मिला. वहां 9640 पात्रों को खाली कर निस्तारित किया. सर्वे के दौरान घरों में भरी हुई टंकियों एवं पशुओं की टंकी, पानी पीने के पात्रों में टेमिफोस डाला जा रहा है. अनावश्यक टायर, बर्तन, पक्षियों के परिंडों, कूलरों में भरे पानी को खाली करवाया गया. ताकि मच्छर पनपने वाले लार्वा पैदा न हो और शहर में बीमारी न फैलें.
जागरूकता के लिए बांटे पैम्पलेट्स
सर्वे के दौरान चिकित्सा विभाग की टीम मौसमी बीमारियों के प्रति आमजन को जागरूक कर रही है. लोगों को पेम्पलेट्स बांटकर जागरूकता फैला रही है. मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने के साथ ही घरों में हर सप्ताह पानी के पात्रों को खाली कर सूखा दिवस मनाने की अपील कर रहे हैं.
मौसमी बीमारियों से ऐसे बचें
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. चावला ने कहा कि मौसमी बीमारियों से बचने के लिए आमजन अपने घरों के आसपास पानी एकत्रित नहीं होने दे. फुल आस्तीन के कपड़े पहनें, पीने के पानी को ढ़क कर रखें, साफ-सफाई का ध्यान रखें, सर्दी-जुखाम होने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से परामर्श व उपचार लें.
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