Rajasthan  News: राजस्थान के भीलवाड़ा (Bhilwara) के एक कस्बे से शनिवार रात भगवान चारभुजा नाथ का बेवाण गुजर रहा था. यहां मुहर्रम (Muharram) के अवसर पर कस्बे के लखारा चौक पर लाउडस्पीकर लगाए गए थे. इसे बंद करने की अपील नहीं मानी गई तो दो समुदाय आमने-सामने आ गए. मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि ताजिया से पहले दो दिन छड़ी निकालने का रिवाज है. इस दौरान हिंदू समाज ने भजन कीर्तन रख दिए. तेज आवाज में कीर्तन-भजन होने से छड़ी निकालने में दिक्कत आई थी. आरोप है कि सौहार्द बिगाड़ने के लिए ऐसा किया गया था. 


इसके बाद जब लखारा चौक पर बेवाण पहुंचा तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लाउडस्पीकर बंद नहीं किया जिससे विवाद बढ़ गया और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कर समझाया. 


पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला किया शांत
जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने कहा कि मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया गया. आज लोगों ने स्वेच्छा से बाजार बंद रखे हैं. कस्बे में जगह-जगह पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया है. समय पर ताजिया को आगे बढ़ाया जाएगा. साथ ही अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल शांति व्यवस्था कायम है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. 


2005 में इसी जगह हुई थी हिंसा
उधर राजस्व मंत्री ने कहा कि मांडल में जनता को गुमराह करके लड़ाया जा रहा है. इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग चाहे किसी भी धर्म जाति या पार्टी का हों, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. धर्म के नाम पर लड़ने वाले जरा सतर्क हो जाएं. बता दें कि मांडल का लखारा चौक वही स्थान हैं जहां पर 8 अप्रैल 2005 को चारभुजा नाथ के बेवाण निकालने के दौरान अंसारी मोहल्ले के लोगों ने गुलाल फेंकने का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्होंने नारेबाजी कर पथराव किया था जिसमें कई पुलिस कर्मी और अधिकारी चोटिल हो गए. इस दौरान कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया था. वहीं, इस दौरान पुलिस की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.


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