Bhilwara News: भीलवाड़ा में गांववालों ने 7 लाख रुपए इकट्ठा कर शहीद कांस्टेबल की मूर्ति बनवाई है. शहीद कांस्टेबल की याद में मूर्ति बनवाने का फैसला सामूहिक रूप से लिया गया. पत्थर की मूर्ति का वजन 7 टन बताया जाता है. गांव में मूर्ति का अनावरण होना बाकी है. बता दें कि आज ही के दिन कोटड़ी थाने में तैनात कांस्टेबल ओंकार रायका की मादक तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई थी. तस्करों की गोली से कांस्टेबल शहीद हो गए थे. घटना 10 अप्रैल की रात को हुई थी.
शहीद जवान की मूर्ति स्थापित करने का फैसला
जवान की शहादत के बाद गांववालों ने मूर्ति स्थापित करने का निर्णय लिया. ओंकार की बहन जमा और विमला ने कहा कि माता-पिता ने खेती करके भाई को पढ़ाया था. भाई की नौकरी लगने से परिवार को खुशहाली की जिंदगी जीने की उम्मीद जगी. लेकिन हत्यारों ने भाई को छीन लिया. भाई की मौत के सदमे में पिता भी घटना के 15 दिन बाद दुनिया छोड़ गए. मां भी सदमे से उबर नहीं पाई है. भाभी सीमादेवी हादसे के बाद से गुमसुम रहने लगी है. ओंकार के छोटे भाई रामलाल ने कहा कि दोनों जवानों की मौत के बाद से पुलिस महकमा आज भी परिवार के साथ खड़ा रहा.
पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत आई थी सामने
आपको बता दें कि मुठभेड़ में अजमेर जिले के निवासी कॉंस्टेबल पवन जाट भी शहीद हुए थे. 10 अप्रैल 2021 की रात कोटडी थाना क्षेत्र में चार वाहनों पर 9 तस्कर डोडा चूरा लेकर आ रहे थे. कॉंन्स्टेबल के साथ अन्य पुलिसकर्मियों ने वाहन को रोका. चालक को उतारकर वाहन तलाशी लेने का फैसला लिया गया. ठीक उसी समय एक तस्कर ने कॉंस्टेबल ओंकार पर बंदूक से फायर कर दिया. ओंकार की मौके पर ही मौत हो गई और तस्कर फरार हो गए. पुलिस जाब्ते तस्करों के पीछे भागे और फिर मुठभेड़ हुई. गोली लगने से पवन जाट भी शहीद हो गए. मामले में पुलिस ने तस्करों को गिरफ्तार किया था और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई थी.