Rajasthan News: राजस्थान के बीकानेर के नोखा जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिस थानाधिकारी व पुलिसकर्मी से एक परिवार के कुछ युवकों और महिलाओं से उलझते नजर आ रहे हैं. वीडियो में युवक पुलिस अधिकारी की गिरेबान पकडकर पकड़कर धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं.


मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि पंचायत समिति की तरफ से जमीन थाने को आवंटित की गई है. जबकि परिवार के लोगों का आरोप है कि यह जमीन उनकी है तो बिना उनकी इजाजत के पंचायत समिति उसे कैसे थाने को आवंटित कैसे सकती है.


पुलिस और एक परिवार के बीच झगड़े का वीडियो नोखा (बीकानेर) के जसरासर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. थानाधिकारी संदीप सिंह ने आरोपी परिवार के लोगों पर राजकार्य में बाधा ड़ालने का मामला दर्ज कराया है. थानाधिकारी का कहना है कि आरोपी मूलाराम उसके तीनों बेटों व दो बेटों की पत्नियों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.


पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के निर्देश
बीकानेर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पूरे मामले की जांच नोखा थाना अधिकारी को दी गई है. 


पुलिस अधिकारी से धक्का-मुक्की गाली-गलौच
4 मिनट 7 सेकेंड के वायरल वीडियो में पुलिस अधिकारी जसरासर थाने के SHO संदीप सिंह और उनके साथ थाने का स्टॉफ और अन्य पीले रंग की टीशर्ट में दिखाई दे रहे हैं. एक व्यक्ति ने थानाधिकारी को आगे से दूसरे ने पीछे से पकड़ रखा है. इस दौरान महिलाएं उनसे धक्का-मुक्की कर रही है.ये ग्रामीण मूलाराम का परिवार है जो जमीन पर मालिकाना हक का दावा कर रहा है.


मूलाराम के साथ उसकी पत्नी, बेटा रेवतराम और उसकी पत्नी, बेटा रामनिवास उसकी पत्नी, बेटा विजय पाल और मूलाराम के दो भाई नजर आ रहे हैं. आरोपी परिवार के लोग थानाधिकारी से धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही उनकी कॉलर पकड़ लेते हैं. 


इस दौरान मूलाराम का बेटा इस पूरी घटना का वीडियो रहा होता है. जैसे ही पुलिस थाना अधिकारी घर की तरफ आगे बढ़ते हैं. मूलाराम का एक बेटा उनसे गाली-गलौज करता है. तो थाना अधिकारी उसको पकड़ते हैं. इसी दौरान वहां मौजूद महिलाएं थानाधिकारी को नीचे गिराकर उनके साथ मारपीट करती नजर आती है. इस दौरान पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचती है. मौके पर थाना अधिकारी को महिलाओं से छुड़ाकर सभी को पकड़कर थाने ले जाती है. 


क्यों शुरू हुआ विवाद 
जरासर पुलिस थानाधिकारी संदीप सिंह के अनुसार यह जमीन ग्राम पंचायत जरासर ने पुलिस थाने के लिए आवंटित की थी. इसके बाद एसडीएम स्तर पर जमीन का सीमांकन करवाया गया. सीमांकन से पता चला कि थाने के लिए जमीन कौन सी है. उसी जमीन पर कब्जा लिया गया. जमीन पर अस्थाई टेंट लगाया गया था. जमीन पर तारबंदी करने और टेंट लगाने के बाद मूलाराम ने हाईकोर्ट से अपील की जिस पर उसे स्टे मिल गया था. 


स्टे मिलने तक पुलिस अपना कब्जा कर चुकी थी. ऐसे में इसके साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकती थी. आज सुबह थाना का स्टॉफ वहां से गुजर रहा थे. उस समय देखा तो टेंट से किया गया अस्थाई कब्जा नजर नहीं आया. इस दौरान मूलाराम व उसका पूरा परिवार लड़ने झगड़ने लगा. राजकार्य में बाधा डालने का प्रयास किया. मामले को लेकर मूलाराम का कहना है कि ग्राम पंचायत ने थाने के लिए जो जमीन आवंटित की है. वह उसकी जमीन है. ऐसे में ग्राम पंचायत को यह अधिकार नहीं है कि वह इस जमीन को पुलिस को आवंटित कर सके.


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