Bikaner News: मृतक छात्रा के परिजनों और प्रशासन में बनी सहमति, पीड़ित परिवार को मिलेगा 25 लाख का मुआवजा
Rajasthan News: खाजूवाला पुलिस थाने में आरोपी दिनेश, मनोज और भागीरथ पर गैंगरेप और हत्या के साथ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच जारी है.
Bikaner News: प्रदेश के बीकानेर जिले (Bikaner) में एक दलित छात्रा के साथ रेप और हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में दो आरोपी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है. आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए मृतका छात्रा के परिजन धरने पर बैठ गए हैं. प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने प्रशासन से छात्रा के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है, साथ ही पूरे मामले की जांच एसओजी से करवाने की भी मांग की है.
राजस्थान के बीकानेर जिले के खाजूवाला गांव में मंगलवार (20 जून) दोपहर के समय एक युवती का शव मिला था. मृतक युवती के पिता ने इस संबंध में खाजूवाला थाने के कांस्टेबल मनोज और भागीरथ के साथ एक और युवक पर बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज करवाया है. मामले में छात्रा के परिजनों ने कुछ और युवकों पर भी इस वारदात को लेकर शक जताया है. जिन्हें पुलिस तलाश करने में जुटी हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही एसपी तेजस्विनी गौतम और दूसरे पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके से साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए एफएसएल टीम को बुलवा लिया.
मौके पर तैनात किया भारी पुलिस बल
मृतक छात्रा के परिजनों ने बताया कि युवती हर रोज सुबह कोचिंग जाती थी. मंगलवार (20 जून) को भी वह घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में ही उसके साथ यह अनहोनी घटना हो गई. इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से परिवार के लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी बढ़ गई है. इस मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है. बीजेपी नेता पीड़ित परिवार के धरने में शामिल हो गई हैं, धरना स्थल पर भारी भीड़ को देखते हुए बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
आरोपी रोज करते थे मेरी बेटी का पीछा- मृतका के पिता
मृतक छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी कंप्यूटर सेंटर पर कोचिंग करने जाती थी. मंगलवार (20 जून) को भी वो कोचिंग सेंटर गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी. मृतका के पिता के पास फोन आया कि उनकी बेटी घायल अवस्था में खाजूवाला हॉस्पिटल में है. जहां पहुंचने पर उसकी मौत की जानकारी मिली. पिता का आरोप है कि पुलिस के दो कॉन्स्टेबल के साथ का दिनेश नाम का एक और व्यक्ति इसमें शामिल है. उन्होंने बताया कि वे लोग रोजाना मेरी बेटी का पीछा करते थे. परिजनों ने इस बात से हैरान नाराज हैं कि पुलिसकर्मियों को नौकरी से टर्मिनेट करने के बजाय सिर्फ सस्पेंड किया गया है.
FIR दर्ज होते ही आरोपियों को कर दिया गाय सस्पेंड- पुलिस अधीक्षक
बीकानेर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि लड़की घायल अवस्था में मिली थी. उसके प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान थे. लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस मामले में 2 पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आए हैं. जिन्हें एफआईआर दर्ज होने के साथ ही सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस विभाग के अनुसार किसी भी कार्मिक पर आरोप साबित होने पर ही उसे बर्खास्त किया जा सकता है. जांच के दौरान कर्मचारी सिर्फ सस्पेंड होता है.
आरोपियों पर इन धाराओं में मामला दर्ज
जिले के खाजूवाला पुलिस थाने में आरोपी दिनेश, मनोज और भागीरथ पर गैंगरेप और हत्या के साथ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच जारी है, मामले की जांच के बाद कुछ और धाराओं को जोड़ा जा सकता है. फिलहाल आईपीसी की 376d और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
हृदय को झकझोर कर देने वाला प्रकरण- आरएलपी संयोजक
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर मृतका के प्रति शोक संवेदना करते हुए पोस्ट लिखा है. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि बीकानेर जिले के खाजूवाला में अनुसूचित जाति की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या हृदय को झकझोर कर देने वाला प्रकरण है. मामले में दो पुलिस कार्मिकों सहित पांच लोगो पर दिवगंत युवती के परिजनों ने आरोप लगाए है, सरकार को तत्काल ऐसे पुलिस कार्मिकों की सेवाएं समाप्त करके सभी आरोपियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए. मैंने मामले को लेकर रेंज आईजी बीकानेर से फोन पर बात की है. उन्होंने आगे कहा कि दिवंगत युवती के साथ न्याय की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पीड़ित पक्ष से मुलाकात करने आरएलपी के सदस्यों को मौके पर जाने के लिए निर्देशित किया गया है.
मामले में क्या है ताजा अपडेट?
बीकानेर में दलित युवती के साथ गैंगरेप और हत्या का मामले में प्रदर्शन कर रहे परिजनों के साथ आईजी के साथ बातचीत सफल रही. पूरे 36 घंटे बाद प्रशासन और पीड़ित पक्ष में सहमती बनी है. सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. दोनों आरोपी पुलिस कांस्टेबल को पुलिस की निगरानी में रखा जाएगा. मामले की जांच के लिए एसआईटी से करवाई जाएगी, एसआईटी टीम का जल्द ही गठन किया जाएगा.
परिजनों से सहमति मिलने के बाद मृतक युवती के शव का अब पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पीड़ित परिजनों की पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों से बातचीते के समय पूर्व विधायक विश्वनाथ, अनूपगढ़ विधायक संतोष बावरी, बीजेपी जिला अध्यक्ष जालम सिंह, आरएलपी नेता विजयपाल बेनीवाल मौजूद रहे.
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