BJP Candidate List: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को तीसरी बार बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किया है. बिरला इससे पूर्व तीन बार विधायक रह चुके हैं.


ओम बिरला भारत की 17वीं लोक सभा के अध्यक्ष हैं. उनका जन्म 23 नवंबर, 1962 को कोटा, राजस्थान में हुआ था. वर्ष 2003, 2008 और 2013 में ओम बिरला कोटा दक्षिण विधान सभा क्षेत्र से तीन बार राजस्थान विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए. बिरला वर्ष 2014 और 2019 में कोटा-बूंदी लोक सभा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से क्रमश: 16वीं तथा 17वीं लोकसभा के लिए चुने गए.


ओम बिरला 19 जून, 2019 को सर्वसम्मति से 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए. एक साधारण परिवेश से निकल कर देश की सर्वोच्च जनप्रतिनिधि संस्था के अध्यक्ष पद पर पहुंचने की बिरला की यात्रा एक आदर्श और प्रेरक यात्रा है. जनता से उनका जुड़ाव और उनके प्रति समर्पण उन्हें एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि बनाता है. बिरला अपने प्रारंभिक राजनीतिक जीवन से ही एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहकर गरीबों और समाज के दलित-वंचित वर्गों की सेवा करते रहे हैं. जिसकी प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कर चुके हैं.


ओम बिरला का सियासी सफर 


अपने राजनीतिक जीवन में ओम बिरला ने प्रसादम, परिधान, कंबल प्रकल्प, सुपोषित मां अभियान, हर गांव स्वस्थ हर परिवार स्वस्थ, मोबाईल हेल्थ वैन, वृहत वृक्षारोपण अभियान, क्लीन कोटा ग्रीन कोटा, कोटा बूंदी खेल महोत्सव और एक मुट्ठी अन्न राहत अभियान  जैसे अनेकानेक जन-केंद्रित प्रकल्प संचालित किए हैं.


उन्होंने वर्ष 2006 में, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक अनूठे कार्यक्रम आजादी के स्वर का शुभारंभ किया. तब से यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम आदमी विशेषकर युवा वर्ग में देशभक्ति की भावना पैदा करना, अमर शहीदों के बलिदान को लोगों के मानस पटल पर जगाए रखना तथा नई पीढ़ी में राष्ट्र प्रेम और चरित्र निर्माण की भावना पैदा करना है.


तीन बार चुने गए विधायक 


ओम बिरला तीन बार राजस्थान विधानसभा के लिए चुने गए. प्रत्येक बार उनकी जीत का अंतर बढ़ता गया, जो कि जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और उनके बढ़ते विश्वास को जताता है. बिरला सबसे अधिक प्रश्न पूछने वाले विधायक रहे हैं. राजस्थान विधानसभा में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने संसदीय सचिव के पद का दायित्व भी संभाला. 17वीं लोक सभा के अध्यक्ष के रूप में ओम बिरला ने लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरते हुए लोकसभा के प्रभावी कार्यक्रम के लिए अनेक उल्लेखनीय पहल की है जैसे-


- सर्वाधिक उत्पादकता
- नए सदस्यों को बोलने का अवसर देना. 
- पहली बार चुनकर आने वाले सदस्यों को पहले सत्र में ही बोलने का अवसर देना.
- उपलब्ध संसाधनों और समय का इष्टतम उपयोग करना.
- सदस्यों की दक्षता बढ़ाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाना.
- कार्यकरण में त्रुटि और विलंब को कम करना तथा पारदर्शिता और जवाबदेही लाना.
- शोध सहायता के माध्यम से सदस्यों की क्षमता को बढ़ाना.
- महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदस्यों को विधायी और नीति संबंधी जानकारी प्रदान करना.


- सूचना और संचार केंद्र की स्थापना करना आदि. 


लोक सभा के अध्यक्ष के रूप में ओम बिरला ने सदन के माध्यम से कार्यपालिका की पारदर्शिता और विधायिका के प्रति जवाबदेही को और अधिक प्रभावी तरीके से सुनिश्चित किया है. सदन के सभी सदस्यों को विशेष रूप से नए सदस्यों, महिला और युवा सदस्यों को उन्होंने सदन के अंदर अपनी बात रखने का पर्याप्त अवसर दिया है. 


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