Rajasthan Election 2023: पिछले महीने राजस्थान में पांच राज्यों के 200 भाजपा विधायकों ने एक सप्ताह तक डेरा डाल रखा था. जिसमें दिल्ली से 8, हरियाणा से 24, गुजरात के 72, उत्तर प्रदेश 69 और उत्तराखंड से 27 विधायक थे. इन सभी विधायकों ने यहां पर एक सप्ताह तक अपना समय दिया और उसके बाद उनका फीडबैक दिल्ली गया, उसपर अब मंथन होने लगा है. भाजपा में यहां पर टिकट देने में लोकल फैक्टर भी देखा जा रहा है. अब इन्ही फैक्टर्स पर काम किया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो अब प्रत्याशियों की नई लिस्ट बनाई जा रही है. जिसमें 200 विधायकों के फीडबैक का बड़ा असर दिख सकता है. पार्टी में अब उसी लाइन पर काम होने की चर्चा है. पुराने पैनल और नाम अब हट चुके हैं.
कल हुई थी बैठक
कल भाजपा कार्यालय में प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी नितिन पटेल, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर ने प्रदेश पदाधिकारियों सहित प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों की बैठक ली थी. इस दौरान चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने सभी जिला अध्यक्षों से चुनाव की तैयारियों को लेकर फीडबैक लिया है. बैठक में अलग-अलग जिलों से आए जिलाध्यक्षों और प्रभारियों से चुनाव तैयारियों के संबंध में सुझाव भी लिए गए. प्रहलाद जोशी ने कहा कि सभी जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी और प्रदेश पदाधिकारियों को विधानसभा स्तर के कार्यक्रम दिये गए हैं. इन सभी को कार्यक्रमों के हिसाब से समन्वय की जिम्मेदारी भी दी गई.
यह करने आई थी विधायकों की टीम
दरअसल, 200 विधायकों की टीम यहां पर काम करने आई थी. यहां पर टीम ने देखा था क्या भाजपा गुटबाजी में उलझी हुई थी या कुछ और बातें हो रही हैं. इन्हीं सभी चीजों से निपटने के लिए पार्टी ने यह रणनीति बनाई थी. राजस्थान में हर एक सीट पर एक-एक विधायक अगस्त माह में एक सप्ताह रहा. उस विधानसभा सीट की पूरी जानकारी जुटाया था. उसके बाद एक रिपोर्ट तैयार करके भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया था. यह काम वो गुपचुप तरीके से कर चुके हैं. उसके इस काम में लोकल स्तर पर पार्टी के लोगों का सहयोग भी रहा है.
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