Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा हॉट सीट पर चुनाव संपन्न हो गया है. चुनाव होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के चुनावी कार्यक्रम के लिए बुक की गई गाड़ी का इस्तेमाल बाड़मेर से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी कर रहे हैं.


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने अपने X अकाउंट पर चेतन मेघवाल की पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, 'सोशल मीडिया पर चल रही खबरें सही हैं तो राजस्थान लोकसभा चुनाव कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष को तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाना चाहिए.'




बता दें कि इससे पहले भी लोकेश शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर साल 2020 के कॉल रिकॉर्ड मामले में गंभीर आरोप लगा चुके हैं. बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने लोकेश शर्मा की पोस्ट को टैग करते हुए लिखा, 'कांग्रेस के कुछ नेता जिस निर्दलीय प्रत्याशी को बीजेपी का 'बी' टीम बताते थे, अब सामने आ गया है. ये कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत की A-टीम निकले हैं.'


कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने आरोपों को सिरे से नकारा


बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो चल रहा है, वह बिल्कुल गलत और अफवाह है.




पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लगे आरोप


पूर्व सीएम अशोक गहलोत सिवान आए थे. उन्होंने कहा, 'मेरे पक्ष में उन्होंने रैली की थी. अशोक गहलोत को अपने बेटे को प्रचार के लिए 21 अप्रैल को जालौर जाना था. हालांकि उस दिन पीएम मोदी की सभा के कारण उन्हें अनुमति नहीं मिली. बाद में अशोक गहलोत ने उत्तरलाई एयरपोर्ट पर उतरने की परमिशन मांगी थी. उत्तरलाई एयरपोर्ट से ले जाने के लिए जोधपुर की एक निजी ट्रैवल कंपनी से 2 गाड़ियां बुक की गईं. बाड़मेर उप जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से लिखित में पूर्व सीएम के लिए दो गाड़ियों को ले जाने की परमिशन दी गई.



लेटर और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल 


गाड़ियों के नंबर RJ04 UA 7075 और RJ14 UK 2992 थे. 20 अप्रैल की रात को पूर्व सीएम गहलोत को चितलवाना सांचौर की परमिशन मिल गई. इसलिए पूर्व सीएम ने उत्तरलाई एयरपोर्ट जाना कैंसिल कर दिया. उन्होंने सीधे चितलवाना का रुख किया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में रविंद्र सिंह भाटी उन्हीं गाड़ियों में प्रचार करते दिखते रहे हैं, जिसे गहलोत के लिए बुक किया गया था.


वहीं, दूसरी गाड़ी में रविंद्र सिंह भाटी के समर्थन में पहने जाने वाला दुपट्टा बांधा हुआ था. सोशल मीडिया पर एक लेटर और कुछ तस्वीरें यूजर शेयर कर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. 


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