Rajasthan Election 2023: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता आ गई है और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा बन गए हैं. वहीं विधानसभा चुनाव के बाद अब हारी हुई सीटों पर समीक्षा भी शुरू हो गई है. क्षेत्रवार सीटों पर हार के कारण तलाशे जा रहे हैं. बड़ी बात यह है कि राजनीतिक दल के नेता कई जगहों पर हार के लिए किसी और को नहीं, बल्कि अपने ही पदाधिकारियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. ऐसा ही कुछ उदयपुर संभाग की राजनीतिक पार्टियों में भी हार की समीक्षा के दौरान देखा गया. मेवाड़ में कांग्रेस, वागड़ में भाजपा और वल्लभनगर विधानसभा में जनता सेना पार्टी ने समीक्षा बैठक की. जानिए इस बैठक में क्या हुआ.
भाजपा हारी तो नेताओं ने समीक्षा में अपनों को ही ठहराया कसूरवार
राजस्थान में भाजपा जीती लेकिन उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले की 9 विधानसभा में उसे बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. यहां भाजपा के 9 में से 2 विधायक जीते. बांसवाड़ा में 5 सीटों में से 1 और डूंगरपुर में 4 सीटों में से 1 ही भाजपा को मिली. बीजेपी की समीक्षा बैठक बांसवाड़ा जिले में हुई. इसमें बांसवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे धनसिंह रावत और कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों ने मीटिंग के दौरान मंच से भाषण देते समय पार्टी के ही अन्य मंडल के पदाधिकारियों पर हार के आरोप मढ़े.
आरोप में कहा कि गया कि धनसिंह को हराने के लिए ये पदाधिकारी कांग्रेस के साथ मिल गए, उनसे पैसे लिए और भाजपा के खिलाफ वोट करने की कहा गया. धनसिंह रावत ने यहां तक कहा कि गद्दारों को गद्दारी की सजा मिलनी चाहिए. मालूम हो कि धनसिंह रावत खुद पिछला चुनाव बीजेपी से बागी होकर लड़े थे. हालांकि इसबार बीजेपी ने उन्हें फिर से मौका दिया था.
कांग्रेस हारी तो बोली दिनभर साथ घूमने वाले शाम होते पहुंचे भाजपा के पास
जिस तरह से वागड़ में भाजपा हारी उसी तरह कांग्रेस मेवाड़ के उदयपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों में बुरी तरह हारी, यहां कांग्रेस दो ही सीट जीत सकी. यही नहीं राजसमंद और चित्तौड़गढ़ जिले की 9 सीटों में तो कांग्रेस खाता ही नहीं खोल पाई. ऐसे में उदयपुर जिले में समीक्षा बैठक हुई. पदाधिकारियों ने कहा कि घर का व्यक्ति राजनीति में सब कुछ बनेगा यह कब तक चलेगा. परिवारवाद खत्म करना होगा. यह भी कहा गया कि जो लोग दिनभर साथ घूमते थे वह शाम को भाजपा के साथ होते थे. बैठक में हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशी में पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत, मांगीलाल गरासिया, विधायकों पुष्कर लाल डांगी सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे.
जनता सेना पार्टी की समीक्षा में नेता जी बोले, 'हवा हमारी थी लेकिन हार गए'
जनता सेना, भाजपा के विधायक रहे दिग्गज नेता रणधीर सिंह भिंडर द्वारा बनाई है जो उदयपुर जिले की वल्लभनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ती है. इस बार भिंडर की पत्नी दीपेंद्र कुंवर मैदान में थीं, जिनकी हार हुई. समीक्षा बैठक में भिंडर ने कहा कि हवा हमारी थी लेकिन फिर भी हार जाना चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि ये उनके परिवार का आखरी चुनाव था, लेकिन जनता सेना आगे भी चुनाव मैदान में उतरती रहेगी.
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