Rajasthan News: राजस्थान में बीजेपी (BJP) जन आक्रोश यात्रा (Jan Aakrosh Yatra)  के जरिए चुनावी मोड में आ चुकी है. खासकर सरदारशहर उपचुनाव नतीजों के बाद बीजेपी की एक्टविटी बढ़ गई है. जाटों के गढ़ नागौर और सीकर में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सभा को संबोधित किया. कांग्रेस सरकार की जन विरोधी नीतियों को उजागर करते हुए पूनिया ने कहा कि किसानों से 2018 में किया गया कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं हुआ. उन्होंने प्रदेश में कानून-व्यवस्था, खनन, पेपर लीक, महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार को घेरा.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण का लगाया आरोप


सतीश पूनिया ने उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बहाने बहुसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. करौली में रामनवमी और हिंदू नववर्ष पर पत्थरबाजी की जाती है. कई जिलों में हिंदू नववर्ष के जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. भीलवाड़ा और जोधपुर सहित 17 जिलों में धारा 144 लगाकर कोटा में पीएफआई की रैली को इजाजत दी जाती है. फतेहपुर-शेखावाटी के कारंगा गांव में जन आक्रोश रथ यात्रा को संबोधित करते हुए पूनिया ने किसानों को शहद उत्पादन के लिए प्रोत्साहित भी किया.


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मोदी सरकार ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का किया काम-पूनिया


2018 के विधानसभा चुनाव में शेखावटी क्षेत्र से बीजेपी को फायदा नहीं पहुंचा था. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मोदी सरकार की योजनाओं को सराहा. उन्होंने योजनाओं की फेहरिस्त में जन-धन, उज्जवला, आयुष्मान, आवास को गिनाया. पिछले दिनों झुंझुनूं, पाली, जयपुर, दौसा, करौली और भरतपुर के कई विधान क्षेत्रों में पूनिया सभा को संबोधित कर चुके हैं. बीजेपी का फोकस ग्राम चौपालों और रात्रि चौपालों पर ज्यादा है. जन आक्रोश रथ यात्रा में प्रबुद्धजनों, आमजनों और कार्यकर्ताओं से संवाद किए जा रहे हैं.