Rajasthan Politics News: राजस्थान की विधानसभा में आज वीरांगनाओं का मामला फिर से गरमाया. दरअसल, वीरांगनाओं के मुद्दे को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेता सड़क पर संघर्ष से लेकर सदन तक लड़ने की तैयारी में है. सोमवार को उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अगर राजस्थान की पुलिस वीरांगनाओं के साथ गलत कर रही है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है? राठौड़ ने कहा जब पुलवामा हुआ था तब राजस्थान की सरकार ने खुद वादा किया था. उन्होंने कई मंत्रियों का नाम भी लिया.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि ममता और ताकतवर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सभी शहीदों के घर गए थे और वादा करके आये थे. उनके देवर को भी नौकरी देने की बात हुई थी. अब क्यों ऐसा नहीं हो रहा है? राठौड़ ने कहा मैं वो वीडियो दिखा सकता हूँ. अगर गलत हुआ तो मैं विधानसभा से इस्तीफा देने को तैयार हूं. हमें डराया नहीं जा सकता.
'बस किरोड़ी-किरोड़ी नहीं बल्कि जवाब चाहिए'
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा सरकार बस सदन में किरोड़ी लाल मीणा पर बोलते जा रही ही. हर बात में किरोड़ी लाल मीणा का नाम लिया जा रहा है. 72 साल के किरोड़ी लाल मीणा के साथ दुर्व्यवहार हुआ है. उनकी तबीयत भी ठीक नहीं है. जब हम वीरांगनाओं की बात कर रहे हैं तो सरकार बस किरोड़ी लाल मीणा की बात कर रही है. जवाब देने में सरकार आनाकानी कर रही है.
'हम डरने वाले नहीं'
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हम डरने वाले नहीं है. तीन एफआईआर दर्ज करा दी गई हैं, इससे हमें डराया जा रहा है. वीरांगनाओं पर कोई सही जवाब नहीं दिया जा रहा है. उन वीरांगनाओं को नजर बंद किया गया है, यह गलत है. इसके खिलाफ हम लड़ते रहेंगे.
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