Rajasthan: आपराधिक घटनाओं पर उतरा जन सैलाब तो सतीश पूनियां ने CM गहलोत को घेरा, कही यह बात
Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर और बाड़मेर जिले में हुई आपराधिक घटना को लेकर बीजेपी नेता सतीश पूनियां ने सीएम अशोक गहलोत से कार्रवाई की मांग की है.
Rajasthan Politics: राजस्थान (Rajasthan) में लगातार किसी न किसी कस्बे में घटनाएं हो रही हैं जिसमें हत्या (Murder) और रेप (Rape) गंभीर वारदातें भी शामिल हैं. घटना के विरोध में सड़क पर जनसैलाब उतर गया. लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया और सड़कें जाम कर दीं. पुलिस ने भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठीचार्ज तक किया. अब इस पर सियासत गर्म हो गई है. इन तीन घटनाओं को लेकर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया (Satish Poonia) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि गहलोत जी ने गांधीजी की सिर्फ दो नीति ही मानी है.
सतीश पुनिया ने उदयपुर, डूंगरपुर और बाड़मेर में हुई तीन घटनाओं का जिक्र करते हुए गहलोत पर हमला बोला है. उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'गांधी जी की सिर्फ दो नीति अशोक जी ने मानी है- बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो. जब देखोगे नहीं, सुनोगे नहीं तो कार्रवाई की भी जरूरत नहीं पड़ेगी.'
इन तीन जिलों में हुई दिल के झकझोर देने वाली घटनाएं
उदयपुर के मावली तहसील के एक गांव ने 21 वर्षीय आरोपी कमलेश राजपूत ने 29 मार्च को 9 साल की बच्ची से रेप और उसकी हत्या कर दी थी. फिर उसके शव के 10 टुकड़े किए और उन टुकड़ों को घर से कुछ दूर खंडहर जैसे मकान में फेंक दिया. पुलिस ने मामले में जांच करते हुए आरोपी कमलेश को 1 अप्रैल को गिरफ्तार किया था और फिर उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया.
खेत पर गए व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या
दूसरा मामला डूंगरपुर जिले का है जहां कनबा गांव में एक खेत में 32 साल के छगन पटेल का शव मिला था. उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. छगन पटेल ट्रक चालक था और 2-3 दिन पहले ही वह घर आया था. मंगलवार रात को छगन घर से खेतों में पानी देने के लिए निकला था. उसके बाद वापस घर नहीं लौटा. मृतक छगन के परिवार में माता पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं. परिवार में इकलौता कमाने वाला था. घटना के बाद गुस्साए लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.
बाड़मेर के गिराब थाना क्षेत्र के असाड़ी गांव में अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति कोजाराम की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. वह सुबह बकरियों को लेकर खेत छोड़ने जा रहा था. वहीं पहले से मौजूद बदमाशों ने उसपर लाठियों से हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई. मौत के बाद विरोध बढ़ा और लोगों की भीड़ जमा हुई और धरने पर बैठ गई.