Rajasthan News: विधायक अर्जुन बामनिया पर BJP नेताओं ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, CM भजनलाल शर्मा से की ये मांग
Rajasthan: बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिले में बीजेपी विधायक, पूर्व सांसद सहित अन्य ने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात की और ज्ञापन देकर अर्जुन सिंह बामनिया पर गंभीर आरोप लगाए.
Rajasthan Politics: बांसवाड़ा (Banswara), डूंगरपुर (Dungarpur) और प्रतापगढ़ (Pratapgarh) जिले के बीजेपी (BJP) विधायक और पूर्व सांसद सहित अन्य पदाधिकारियों ने सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान वागड़ की कई समस्याओं पर चर्चा की गई. यहीं नहीं सभी ने सीएम को एक ज्ञापन भी दिया गया. इस ज्ञापन में कांग्रेस (Congress) सरकार में ट्राइबल एरिया डेवलपमेंट मिनिस्टर रहे और वर्तमान बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया (Arjun Singh Bamaniya) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
यहीं नहीं ज्ञापन में यह भी मांग रखी गई है कि इस संबंध में एक आईएएस की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच आयोग बनाकर पूर्व मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए जाएं. ज्ञापन देते समय वागड़ के नेताओं में प्रतापगढ़ विधायक एवं कैबिनेट मिनिस्टर हेमंत मीणा, एमएलए कैलाश मीणा और पूर्व सांसद धनसिंह रावत सहित अन्य बीजेपी नेता मौजूद थे. वहीं इन आरोपों को लेकर विधायक अर्जुन बामनिया को कॉल करके उनसे बात करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो पाई.
टीएडी विभाग के विभिन्न निर्माण कार्य स्वच्छ विभाग से कराए
टीएडी विभाग के विभिन्न निर्माण कार्य स्वच्छ विभाग से कराए गए, जो एक एनजीओ जैसा है. विभाग का मूल काम उन्मुलन का था. लेकिन इस इन विभाग को वर्ष 2019-23 में विभिन्न निर्माण कार्य दे दिए, जिसकी कोई निविदा नहीं निकली. इसके बाद बीएसआर दर पर करोड़ों के निर्माण प्रदेश भर में करवाए. ये नियमों के विरूद्ध है. जबकि राज्य सरकार की और से निर्माण कार्य के लिए विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए कई विभाग में तकनीकी सिविल डिपार्टमेंट बने हैं. फिर भी स्वच्छ विभाग के जरिए बीएसआर दर पर काम अपने लोगों को दिए. यही नहीं मोटे कमीशन का खेल भी खेला गया.
लगाए ये आरोप
- टीएडी विभाग में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए ब्लॉक स्तर पर चार से पांच हॉस्टल संचालित हैं, उनमें विद्यार्थियो को भोजन, कपड़े और अन्य शिक्षण सामग्री देने के लिए विभागीय स्तर पर टेंडर प्रकिया होती है. इसमें भी अपनी चहेती फर्मों को टेंडर देकर भारी भ्रष्टाचार किया गया और मोटा कमीशन लिया गया. समाज कल्याण विभाग में भी करप्शन हुआ.
- टीएडी विभाग में जिला स्तर पर विभिन्न मानव श्रम उपलब्ध करवा के कमीशन लिया गया.
- खनन विभाग में अपनी स्वयं की फर्म बनाकर प्रदेश भर के कई जिलों में खानो का आवंटन करवाया. उक्त कई आवंटन आबादी क्षेत्र के निकट है.ये आवंटन नियमों को ताक में रखकर किए गए. आवंटनों की उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर जांच करवाई जाए.