Murder Case in Beawar: ब्यावर में बीजेपी विधायक शंकर सिंह रावत (BJP MLA Shankar Singh Rawat) के मौसेरे भाई की हत्या (Murder) का मामला सामने आया है. एक सप्ताह पहले 19 नवंबर से लापता ललित सिंह का शव ग्रामीण इलाके के कुएं से बरामद हुआ. मृतक का शरीर रस्सियों और पत्थरों से बंधा था. इत्तला मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया.


परिजनों और ग्रामीणों ने विधायक के नेतृत्व में मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया. मृतक के परिवार ने मुआवजा देने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए शव उठाने से इंकार कर दिया. लंबी समझाइश के बाद पुलिस का आश्वासन पाकर परिजनों ने शव उठाया. पुलिस ने हेड कांस्टेबल समेत तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. हेड कांस्टेबल ब्यावर के टॉडगढ़ थाने में तैनात है. 


रस्सी-पत्थर से कुएं में बंधा मिला शव


टॉडगढ़ थाना क्षेत्र के गांव चांदातों की बैर से लापता हुए युवक का शव कुएं में होने की जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई. पुलिस टीम भी घटनास्थल पर पहुंची. ग्रामीणों की मदद से शव को कुएं से बाहर निकाला गया. मृतक के शरीर पर रस्सी से भारी पत्थर बंधे हुए थे. शव की शिनाख्त चांदातों की बैर निवासी गोविंद सिंह के 19 वर्षीय बेटे ललित सिंह के रूप में हुई. पुलिस ने हत्या की वारदात मानकर डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम को बुलाया. मौके पर पहुंची टीम ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र से साक्ष्य जुटाए. मृतक का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया.


बीजेपी विधायक के रिश्तेदार की हत्या


परिजनों ने बताया कि ललित सिंह गुजरात के एक होटल में नौकरी करता था. 16 नवंबर को गुजरात से गांव आया. 17 नवंबर को शादी में भाग लेकर 19 तारीख को वापस लौटने के लिए रवाना हो गया. तभी पड़ोस में रहने वाले लोगों ने उसे रोक लिया. ललित पूरे दिन और रात 10 बजे तक उनके साथ था. 10 बजे बाद घर नहीं लौटा तो परिवार को चिंता हुई. तलाश करने पर नहीं मिला तो टॉडगढ़ थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई. एएसपी मनीष चौधरी ने ललित के मर्डर का अंदेशा जताते हुए बताया कि केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश जारी है.


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'राजस्थान धीरे-धीरे बिहार बन रहा है'


प्रदर्शन के दौरान विधायक रावत ने आरोप लगाया कि अपराध बढ़ने से राजस्थान धीरे-धीरे बिहार बन रहा है. जिस तरह पटवारी को अपने क्षेत्र की हर जमीन का पता होता है उसी तरह पुलिस को भी अपने क्षेत्र के हर अपराधी और अपराध का पता होता है मगर पुलिस पैसा लेकर बदमाशों को संरक्षण दे रही है. हर वारदात में पुलिस का हिस्सा होता है. यही कारण है कि प्रदेश में पुलिस की मिलीभगत से अपराध पनप रहे हैं. मर्डर, रेप, चोरी-डकैती की वारदातों से लोगों में भय का माहौल है. सरकार को ऐसे पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें नौकरी से हटाना चाहिए, ताकि दूसरों को सबक मिले. भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को हटाकर नई भर्ती करनी चाहिए. प्रदेश में बेरोजगारों की कमी नहीं है.