Rajasthan News: चूरू से बीजेपी सांसद राहुल कस्वां ( Rahul Kaswan) कांग्रेस में शामिल होंगे. दरअसल, बीजेपी की ओर से उनका टिकट काटे जाने के बाद से वह नाराज चल रहे हैं. राहुल कस्वां ने 2014 में इस सीट से पहली बार चुनाव जीता था और फिर 2019 में दोबारा इस सीट से निर्वाचित हुए थे. बीजेपी ने राहुल कस्वां की जगह पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया (Devendra Jhajharia) को टिकट दिया है.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है जिसमें चुरू समेत राजस्थान की 15 सीटों पर भी प्रत्याशी उतारा. अपना नाम सूची में न होने पर राहुल नाराज चल रहे हैं और सोशल मीडिया पर खुलकर नाराजगी जाहिर भी की. साथ ही शुक्रवार को शक्ति प्रदर्शन कर यह दिखाने की कोशिश की कि वह झुकने वाले नहीं हैं. राहुल कस्वां की जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी थी.
एक व्यक्ति से तय नहीं होगा चुरू का भविष्य- राहुल
अपने शक्ति प्रदर्शन की तस्वीर शेयर कर राहुल ने 'एक्स' पर पोस्ट कर लिखा था, ''इस असीम स्नेह व आशीर्वाद के लिए आभार मेरे लोकसभा परिवार. आपका साथ, आपका विश्वास और आपका आशीर्वाद ही मेरी ताकत है, इसे सदैव बनाए रखिएगा. इस लोकसभा परिवार की प्रगति के लिए, बेहत्तर भविष्य के लिए अनवरत संघर्ष करता रहूंगा, यह वादा रहा.'' उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा था कि कोई एक व्यक्ति चूरू लोकसभा के भविष्य को तय नहीं करेगा. इसका भविष्य यहां की जनता तय करेगी.
पहली बार रिकॉर्ड वोट से जीते थे राहुल
दो बार के सांसद राहुल कस्वां कस्वा पहली बार रिकॉर्ड 294,739 वोटों से जीते थे. बताया जाता है कि चुरू सीट पर यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है. उन्हें कांग्रेस के प्रताप पूनिया के सामने खड़ा किया गया था. इसके पहले उनके पिता राम सिंह कास्वां यहां से सांसद थे. वह चार बार चूरू के सांसद रहे हैं. इस तरह से यह राहुल कस्वां की पारिवारिक सीट मानी जाती है.